Metformin safety during pregnancy : टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित पुरुष जो परिवार की योजना बना रहे हैं, उन्हें मेटफॉर्मिन दवा के सेवन से चिंतित होने की जरूरत नहीं है। गुरुवार को प्रकाशित एक बड़े अध्ययन के अनुसार, इस दवा से उनके शिशुओं में जन्म दोषों का कोई विशेष जोखिम नहीं होता।
Metformin safety during pregnancy : एक नए अध्ययन के अनुसार, टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित पुरुषों द्वारा गर्भधारण (Pregnancy) की योजना बनाते समय ली जाने वाली दवा मेटफॉर्मिन से उनके शिशुओं में जन्म दोषों का जोखिम नहीं बढ़ता है। यह अध्ययन 30 लाख से अधिक गर्भधारण पर आधारित है और 'बीएमजे' में प्रकाशित हुआ है।
Metformin safety during pregnancy : इस अध्ययन में यह पाया गया कि मेटफॉर्मिन (Metformin) , जो टाइप 2 डायबिटीज के नियंत्रण के लिए सबसे आम दवाओं में से एक है, उन पुरुषों के लिए भी सुरक्षित है जो संतान की योजना बना रहे हैं। यह निष्कर्ष इस धारणा का खंडन करता है कि मेटफॉर्मिन का सेवन शिशुओं में विशेषकर जननांग विकृतियों का कारण बन सकता है।
हालांकि मेटफॉर्मिन (Metformin) का उपयोग लंबे समय से किया जा रहा है, एक हालिया डेनिश अध्ययन में यह बताया गया था कि इस दवा का सेवन करने वाले पुरुषों के शिशुओं में जन्म दोष, विशेषकर पुरुष शिशुओं के जननांगों में विकृति, का खतरा बढ़ सकता है। इस चिंता को ध्यान में रखते हुए, ताइवान और नॉर्वे के शोधकर्ताओं ने यह जानने के लिए एक व्यापक अध्ययन किया कि क्या वास्तव में इस दवा का असर शिशुओं पर पड़ता है।
शोधकर्ताओं ने ताइवान और नॉर्वे के राष्ट्रीय जन्म रजिस्ट्रियों और प्रिस्क्रिप्शन डेटा का उपयोग किया। उन्होंने नॉर्वे में 2010 से 2021 के बीच और ताइवान में 2004 से 2018 के बीच 31 लाख से अधिक गर्भधारण (Pregnancy) का विश्लेषण किया। इनमें से नॉर्वे में 0.3% और ताइवान में 0.6% शिशुओं के पिता मेटफॉर्मिन का उपयोग कर रहे थे।
शोध में पाया गया कि जिन पुरुषों ने गर्भधारण से तीन महीने पहले मेटफॉर्मिन (Metformin) का सेवन किया था, उनके शिशुओं में जन्म दोषों का कोई विशेष जोखिम नहीं था। यहां तक कि किसी भी विशेष अंग, जैसे कि जननांग, में विकृति का कोई बड़ा खतरा नहीं देखा गया।
शोधकर्ताओं ने कहा कि उनके निष्कर्ष चिकित्सकों को मेटफॉर्मिन (Metformin) का चयन करते समय अधिक आत्मविश्वास प्रदान करेंगे, खासकर उन पुरुषों के मामले में जो टाइप 2 डायबिटीज का इलाज कर रहे हैं और परिवार की योजना बना रहे हैं।
हालांकि, शोध दल ने यह भी स्वीकार किया कि अध्ययन अवलोकन आधारित है, इसलिए यह कारण और प्रभाव का सटीक निर्धारण नहीं कर सकता। इसके अलावा, डेटा की सटीकता और दवा उपयोग के गलत वर्गीकरण जैसी सीमाएं भी अध्ययन में हो सकती हैं।
इस अध्ययन ने टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित पुरुषों और उनके परिवारों के लिए एक राहत भरी खबर दी है, जो सुरक्षित तरीके से परिवार नियोजन करना चाहते हैं।