Ear Hair Heart Disease Sign : अक्सर लोग कानों में उगते बालों को उम्र का असर मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह दिल की बीमारी की चुपचाप दस्तक भी हो सकती है। वैज्ञानिक शोधों के अनुसार, कानों में अचानक या ज्यादा बाल उगना कोरोनरी आर्टरी डिजीज का शुरुआती संकेत हो सकता है।
Coronary Artery Disease : अक्सर बढ़ती उम्र के साथ लोगों के कानों में बाल उगते हुए देखे जाते हैं। ज्यादातर लोग इसे एक सामान्य उम्र से जुड़ी प्रक्रिया मानकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि कानों में बाल उगना सिर्फ उम्र का असर नहीं बल्कि दिल की बीमारी की एक चुपचाप दस्तक भी हो सकती है?
वैज्ञानिक शोधों में पाया गया है कि कानों में बालों का अचानक या अधिक मात्रा में उगना कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary Artery Disease) यानी हृदय धमनियों की बीमारी का एक प्रारंभिक संकेत हो सकता है।
हमारा दिल एक पंप की तरह काम करता है, जो पूरे शरीर में रक्त पहुंचाने और वापस लाने का काम करता है। जो धमनियां (Arteries) ऑक्सीजन से भरपूर रक्त शरीर को देती हैं अगर उनमें फैट जमा होने लगे तो रक्त प्रवाह धीमा हो जाता है। यह वसा धीरे-धीरे नसों की दीवारों पर जमा होती है और दिल तक रक्त पहुंचने में रुकावट डालती है। यही स्थिति धीरे-धीरे कोरोनरी आर्टरी डिजीज में बदल जाती है।
कुछ प्रमुख संकेत जो दिल की बीमारी की ओर इशारा करते हैं:
यह गौर करने वाली बात है कि जिन लोगों की कान की लोब में तिरछी रेखा होती है उनमें कानों में बाल उगने की संभावना भी अधिक होती है और दोनों ही संकेत दिल की बीमारी के खतरे से जुड़े हैं।
शोधों में यह भी पाया गया है कि जिन लोगों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की मात्रा अधिक होती है उनके शरीर पर ज्यादा बाल होते हैं खासकर कानों और नाक में भी। वैज्ञानिक मानते हैं कि उच्च टेस्टोस्टेरोन स्तर वाले व्यक्तियों में दिल की बीमारी की आशंका भी ज्यादा होती है, खासकर कम उम्र के लोगों में।
यही वजह है कि युवा पुरुषों में अचानक दिल का दौरा पड़ने की घटनाएं बढ़ रही हैं, और इनमें से कई में ये शुरुआती संकेत पहले ही मौजूद होते हैं।
हालांकि ये संकेत पुरुषों और महिलाओं दोनों में देखे जा सकते हैं, फिर भी पुरुषों में अचानक हृदयगति रुकने की घटनाएं अधिक होती हैं। इसके पीछे हार्मोनल अंतर और शरीर में वसा का अलग-अलग ढंग से जमा होना जैसे कारण हो सकते हैं।
कुछ विशेषज्ञ इस विचार को सिरे से नकारते हैं। उनका मानना है कि उम्र बढ़ने के साथ-साथ न केवल बाल उगना, बल्कि दिल की बीमारियां भी सामान्य हो जाती हैं, इसलिए इन दोनों में कोई सीधा संबंध नहीं है।
लेकिन सोचिए अगर कानों में बाल एक संभावित चेतावनी है और हम इसे गंभीरता से लेकर समय रहते डॉक्टरी जांच व जीवनशैली सुधार कर लें, तो क्या यह हमारे जीवन की गुणवत्ता बेहतर नहीं बनाएगा?
दिल की जांच कराएं: ECG, ईको, लिपिड प्रोफाइल आदि जरूरी परीक्षण करवाएं।
परिवार में इतिहास देखें: अगर घर में किसी को दिल की बीमारी रही हो, तो और भी सतर्क रहें।
जीवनशैली सुधारें: संतुलित आहार, रोज़ाना व्यायाम, तनाव कम करना और धूम्रपान/शराब से दूरी बनाएं।
रेगुलर हेल्थ चेकअप: 30 की उम्र के बाद नियमित जान च बेहद जरूरी है।
अमेरिका और भारत में हुए कई शोधों में यह संबंध देखा गया है कि जिन लोगों के कान में बाल और कानों की लोब में तिरछी रेखा होती है उनमें दिल की बीमारी की संभावना लगभग 55% अधिक होती है।
भारत में युवा हार्ट अटैक के केस तेजी से बढ़ रहे हैं जिनमें से कई लोगों को पहले से कोई लक्षण नहीं थे।
हमारा शरीर समय रहते संकेत देता है बस जरूरत है उन्हें समझने और गंभीरता से लेने की। कानों में बाल उगना भले ही एक मामूली बात लगे लेकिन अगर यह दिल की किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो तो इसे नजरअंदाज करना बड़ी भूल हो सकती है।