मंत्री ने बताया कि चिकित्सकों की सुरक्षा उपायों पर रिपोर्ट देने के लिए एक टास्क फोर्स के गठन का निर्णय लिया गया है। टास्क फोर्स Task Force में चिकित्सा संगठन और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी होंगे। टास्क फोर्स एक महीने में अपनी रिपोर्ट देगी। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
-स्वास्थ्य मंत्री ने चिकित्सकों के साथ की बैठक
-टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल पर जोर
बेंगलूरु. कोलकाता Kolkata की प्रशिक्षु चिकित्सक से दुष्कर्म और हत्या Rape and Murder की घटना के मद्देनजर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री दिनेश गुंडूराव ने मंगलवार को शहर के अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों, हाउस सर्जनों और अन्य सभी हितधारकों के प्रतिनिधियों के साथ विधान सौधा में विशेष बैठक की। सरकारी और अन्य स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों पर काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के लिए बेहतर कार्य वातावरण प्रदान करने के अतिरिक्त उपायों पर उनकी राय ली।
रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई
बैठक में मेडिकल क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं की सुरक्षा के लिए टेक्नोलॉजी Technology के इस्तेमाल पर चर्चा हुई। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी चर्चा में शामिल हुए। मंत्री ने बताया कि चिकित्सकों की सुरक्षा उपायों पर रिपोर्ट देने के लिए एक टास्क फोर्स के गठन का निर्णय लिया गया है। टास्क फोर्स Task Force में चिकित्सा संगठन और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी होंगे। टास्क फोर्स एक महीने में अपनी रिपोर्ट देगी। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
डर के माहौल में काम करना मुश्किल
मंत्री ने कहा कि कोलकाता की घटना ने देश का ध्यान खींचा है। इस घटना ने पूरे देश में महिलाओं की असुरक्षा और सुरक्षा के प्रति जागरूकता पैदा की। 50 प्रतिशत से अधिक महिलाएं चिकित्सा क्षेत्र में काम करती हैं। डर के माहौल में काम करना उनके लिए मुश्किल है। सरकार उनकी सुरक्षा के लिए आवश्यक उपाय करने के लिए प्रतिबद्ध है।
सुझाव
उन्होंने कहा कि सुरक्षा के लिए कई कानून हैं। चिकित्सकों पर हमला करने वालों को 3-7 साल तक की सजा देने के लिए संशोधन लाया गया है। मौजूदा कानून को और कड़ा कर दिया गया है। इस संबंध में कल अधिसूचना जारी की गई। चिकित्सकों ने सुरक्षा बढ़ाने और लोगों को इस कानून के बारे में जानकारी देने की सलाह दी। चिकित्सकों ने अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरे, रिस्टबैंड, पैनिक बटन सहित नियमित निगरानी आदि के सुझाव भी दिए।