IMS symptoms in men : आपने अक्सर पीरियड्स के दौरान महिलाओं में मूड स्विंग के बारे में सुना होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं पुरषों में भी मूड स्विंग होता है। इरिटेबल मेल सिंड्रोम के कारण पुरषों में चिड़चिड़ापन, तनाव और मानसिक अस्थिरता जैसी समस्या हो सकती हैं। आइए इस समस्या को विस्तार से समझें।
Irritable Male Syndrome : अक्सर मूड स्विंग को महिलाओं से जोड़ा जाता है, लेकिन यह समस्या (Mood Swings in Men) पुरुषों में भी देखने को मिलती है। ‘इरिटेबल मेल सिंड्रोम’ (IMS) एक वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित स्थिति है, जो टेस्टोस्टेरोन हार्मोन (Hormonal Imbalance in Men) में उतार-चढ़ाव के कारण होती है। इससे पुरुषों में चिड़चिड़ापन, तनाव और मानसिक अस्थिरता जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। आइए इस समस्या को विस्तार से समझें।
इरिटेबल मेल सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति है, जिसमें पुरुषों में हार्मोनल असंतुलन के कारण व्यवहार और मानसिक स्थिति में बदलाव आता है। यह किसी भी उम्र में हो सकता है और इसकी कोई निश्चित समय-सीमा नहीं होती। यह स्थिति विशेष रूप से उन पुरुषों में अधिक पाई जाती है, जो अत्यधिक तनाव में रहते हैं या जिनकी जीवनशैली अस्वस्थ होती है।
हार्मोनल असंतुलन – टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी से यह समस्या उत्पन्न होती है।
तनाव और चिंता – अत्यधिक मानसिक दबाव से हार्मोनल बदलाव हो सकता है।
अनियमित खानपान – असंतुलित आहार और पोषक तत्वों की कमी से हार्मोन प्रभावित होते हैं।
नींद की कमी – पूरी नींद न लेने से टेस्टोस्टेरोन स्तर प्रभावित होता है।
शारीरिक गतिविधि की कमी – नियमित व्यायाम न करने से शरीर और दिमाग दोनों प्रभावित होते हैं।
- थकान और कमजोरी महसूस होना
- अनिद्रा या नींद न आना
- छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आना
- चिड़चिड़ापन और तनाव
- निर्णय लेने में कठिनाई
- सेक्स ड्राइव में कमी
- काम में मन न लगना
मांसपेशियों की कमजोरी
प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर आहार लें।
हरी सब्जियां, फल, नट्स और साबुत अनाज का सेवन करें।
कैफीन और अल्कोहल से दूरी बनाए रखें।
योग और ध्यान से मानसिक शांति प्राप्त करें।
वेट ट्रेनिंग और कार्डियो एक्सरसाइज से टेस्टोस्टेरोन स्तर बनाए रखें।
हर दिन कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें।
सोने से पहले स्क्रीन टाइम कम करें।
मेडिटेशन और ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें।
अपनी पसंदीदा एक्टिविटीज में समय बिताएं।
यदि समस्या गंभीर हो रही है, तो डॉक्टर से परामर्श लें।
हार्मोनल असंतुलन के लिए जरूरी टेस्ट करवाएं।
इरिटेबल मेल सिंड्रोम एक गंभीर लेकिन काबू में आने वाली स्थिति है। यदि आप अपने आहार, व्यायाम और जीवनशैली पर ध्यान देते हैं, तो इससे आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है। मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का संतुलन बनाए रखना इस समस्या से निपटने का सबसे प्रभावी तरीका है। यदि लक्षण बढ़ते हैं, तो चिकित्सकीय सलाह लेना न भूलें।