स्वास्थ्य

Monkeypox Crisis : 99,000 मामले और 208 मौतें: डब्ल्यूएचओ ने घोषित की वर्ल्ड हेल्थ इमरजेंसी

Monkeypox Crisis : विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बुधवार को 13 अफ्रीकी देशों, जिनमें कॉन्गो शामिल है, में मंकीपॉक्स के तेजी से फैलने के कारण वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है।

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Aug 15, 2024
Symptoms of Monkeypox

Monkeypox Crisis : 99,000 मामले और 208 मौतें: WHO ने घोषित किया वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बुधवार को मंकीपॉक्स (Monkeypox Crisis) को ग्लोबल इमरजेंसी घोषित कर दिया। मंकीपॉक्स कांगों और अन्य अफ्रीकी देशों में फैला हुआ है। इसके कारण 2022 से अब तक 116 देशों में 99,000 मामले सामने आए हैं, जिनमें 208 की मौत हो चुकी है। डब्ल्यूएचओ प्रमुख टीए घेब्रियसस के अनुसार, अब मंकीपॉक्स (Monkeypox) वायरस दुनिया के अन्य देशों के लिए भी खतरा बन चुका है। पूर्वी कांगो में भर्ती मरीजों की हालिया जांच के मुताबिक ये मंकीपॉक्स का एक नया रूप सामने आया है जो ज्यादा खतरनाक है।

क्या हैं लक्षणः Symptoms of Monkeypox

पॉक्स की तरह दिखने वाला मंकीपॉक्स वायरस (Monkeypox Virus) के जानवर से इंसान में आया है। संक्रमित होने के बाद इंसान में लक्षण प्रकट होने में आम तौर पर एक-दो सप्ताह का समय लग जाता है। फ्लू जैसे लक्षणों के बाद आमतौर पर दाने निकलते हैं। दाने फुंसी या छाले जैसे दिख सकते हैं और दर्दनाक हो सकते हैं। घाव चेहरे, मुंह और हाथों, पैरों, छाती या जननांगों पर दिखाई दे सकते हैं।

आपातकाल की घोषणा

WHO के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयेसस ने बताया, "पिछले सप्ताह मैंने अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियमों के तहत एक आपातकालीन समिति की बैठक बुलाई थी, ताकि कॉन्गो और अन्य अफ्रीकी देशों में मंकीपॉक्स (Monkeypox) के बढ़ते मामलों का आकलन किया जा सके। आज, समिति ने मुझे सलाह दी है कि इस स्थिति को अंतर्राष्ट्रीय चिंता के सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल के रूप में मान्यता दी जाए, जिसे मैंने स्वीकार कर लिया है।"

Monkeypox Havoc: WHO Declares Global Health Emergency


नए क्लेड का पता चला

पूर्वी कॉन्गो में मंकीपॉक्स (Monkeypox) के एक नए क्लेड का पता चला है, जो पड़ोसी देशों में फैलने की संभावना दिखाता है। ये देश पहले मंकीपॉक्स से अछूते थे, जिससे संक्रमण का जोखिम बढ़ गया है। टेड्रोस अदनोम घेब्रेयेसस ने चिंता जताई कि यह स्थिति अफ्रीका और उसके बाहर और अधिक फैल सकती है।

अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता

महानिदेशक ने कहा, "मंकीपॉक्स (Monkeypox) के विभिन्न क्लेड्स के प्रकोप को देखते हुए, यह स्पष्ट है कि एक समन्वित अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया आवश्यक है। WHO अफ्रीका CDC, गैर-सरकारी संगठनों और नागरिक समाज के साथ मिलकर, देश और क्षेत्रीय कार्यालयों के माध्यम से जमीन पर काम कर रही है।"

संसाधन और समर्थन

WHO मंकीपॉक्स (Monkeypox) के परीक्षण के लिए मशीनें, नमूनों के अनुक्रमण के लिए प्रयोगशालाओं का समर्थन, मामले की जांच और संपर्क अनुरेखण, जोखिम संचार और समुदाय की भागीदारी, स्वास्थ्य कर्मियों का प्रशिक्षण, और टीकों तक पहुंच के लिए समर्थन प्रदान कर रही है। टेड्रोस अदनोम घेब्रेयेसस ने कहा कि इस कार्य के लिए WHO ने एक क्षेत्रीय प्रतिक्रिया योजना विकसित की है, जिसके लिए प्रारंभिक रूप से $15 मिलियन की आवश्यकता है। अभी तक WHO आपातकालीन निधि से लगभग $1.5 मिलियन जारी कर चुकी है।

रेड क्रॉस की तैयारी

रेड क्रॉस ने कहा कि वह अफ्रीका, विशेष रूप से पूर्वी कॉन्गो में तैयारियों के उपायों को बढ़ा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रॉस और रेड क्रीसेंट सोसायटी ने मंकीपॉक्स (Monkeypox) के प्रसार पर "गहरी चिंता" व्यक्त की है। WHO ने संकल्प लिया है कि वह बीमारी के प्रसार को रोकने, संक्रमितों का इलाज करने, और जान बचाने के लिए अपने जमीनी प्रयासों को बढ़ाएगी।

महामारी का इतिहास

कॉन्गो में मंकीपॉक्स (Monkeypox) पिछले एक दशक से अधिक समय से रिपोर्ट किया जा रहा है, और हर साल मामलों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। पिछले साल, मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई थी, और इस साल अब तक रिपोर्ट किए गए मामलों की संख्या पिछले साल के कुल से अधिक हो गई है।

2022 का वैश्विक प्रसार

वर्ष 2022 में मंकीपॉक्स (Monkeypox Virus) वायरस के एक अलग रूप – क्लेड IIb – का प्रसार वैश्विक स्तर पर देखा गया था, जो मुख्य रूप से पुरुषों के बीच यौन संपर्क के माध्यम से फैल रहा था। WHO ने जुलाई 2022 से मई 2023 तक एक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था। इस प्रकोप के कारण लगभग 90,000 मामलों में से लगभग 140 मौतें हुई थीं।

सावधानी बरतेंः

मंकीपॉक्स (Monkeypox) से संक्रमतों को अलग रखें। संक्रमित व्यक्ति या जानवर के संपर्क में आने के बाद अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह से धोएं। अगर साबुन और पानी उपलब्ध न हो, तो अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें। ऐसे जानवरों से दूर रहे जिनसे संक्रमण का खतरा हो।

Updated on:
15 Aug 2024 01:54 pm
Published on:
15 Aug 2024 01:07 pm
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