Early Signs of Cancer: महिलाओं में कैंसर तेजी से बढ़ती स्वास्थ्य समस्या है। स्तन, गर्भाशय ग्रीवा (सर्विक्स), अंडाशय और गर्भाशय का कैंसर सबसे आम पाए जाते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि समय पर स्क्रीनिंग, HPV वैक्सीन, स्वस्थ जीवनशैली और नियमित डॉक्टर से परामर्श लेकर इनका न सिर्फ जल्दी पता लगाया जा सकता है बल्कि कई मामलों में बचाव भी संभव है। शुरुआती लक्षणों को पहचानना ही बेहतर इलाज की पहली सीढ़ी है।
Early Signs of Cancer : महिलाओं में कैंसर एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बनती जा रही है। बदलती जीवनशैली, खानपान की आदतें, हार्मोनल असंतुलन और संक्रमण जैसे कारणों से महिलाओं में कैंसर के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। स्तन कैंसर, गर्भाशय ग्रीवा (सर्विक्स) का कैंसर, अंडाशय (ओवरी) का कैंसर और गर्भाशय (यूटेरस) का कैंसर प्रमुख रूप से पाए जाते हैं। इनमें से कुछ कैंसरों का समय पर पता लगाकर न केवल सफल इलाज संभव है, बल्कि कुछ से पूरी तरह बचाव भी किया जा सकता है।
वरिष्ठ स्त्री कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. रानू पाटनी ने बताया , स्क्रीनिंग, टीकाकरण, स्वस्थ जीवनशैली और समय-समय पर चिकित्सकीय परामर्श अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। महिलाओं को अपने शरीर में होने वाले बदलावों पर ध्यान देना चाहिए ताकि किसी भी रोग का शुरुआती चरण में निदान हो सके।
- महिलाओं में किस-किस तरह के कैंसर पाए जाते हैं?
- इनमें से कौन सा कैंसर सबसे ज्यादा होता है? क्या इसकी संख्या समय के साथ बदली है?
- क्या गर्भाशय ग्रीवा (सर्विक्स) के कैंसर से बचाव संभव है?
- स्क्रीनिंग क्या होती है और यह कैंसर से बचाव में कैसे मदद करती है?
- महिलाओं के जननांगों के कैंसर के मुख्य लक्षण क्या होते हैं?
- क्या ये कैंसर परिवार से (आनुवंशिक कारणों से) भी हो सकते हैं?
- महिला संबंधी कैंसर का इलाज किन-किन तरीकों से किया जाता है?
- क्या इन कैंसर का ऑपरेशन (सर्जरी) सामान्य बच्चेदानी के ऑपरेशन (हिस्टरेक्टॉमी) से अलग होता है?
- अगर यह कैंसर कम उम्र की महिलाओं को हो जाए तो इलाज में कौन सी मुश्किलें आती हैं?
- कैंसर का पूरा इलाज हो जाने के बाद भी क्या मरीज को समय-समय पर डॉक्टर से मिलना चाहिए?
- सर्विकल कैंसर से बचाव के लिए कौन-कौन से उपाय किए जा सकते हैं?