Reasons of Weak Digestive System: यदि आपका डाइजेशन खराब है तो इसके पीछे ये निम्न कारण हो सकते हैं। ऐसे में जानिए क्या है वो कारण।
Reasons Of Weak Digestive System: खासकर पेट में गैस, ब्लोटिंग, कब्ज जैसी समस्याओं से तो लोग आए दिन परेशान रहते हैं। खराब पाचन के लिए हमारे खानपान से लेकर जीवनशैली आदतें और कई मेडिकल कंडीशन जिम्मेदार हो सकती हैं। आमतौर पर पाचन की समस्या से आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है, लेकिन अगर यह किसी मेडिकल कंडीशन के कारण हैं तो इसमें थोड़ा समय लग सकता है। खराब पाचन के कारण पेट में गैस, ब्लोटिंग, कब्ज जैसी समस्याएं होने लगती है। ऐसे में जानिए क्या है खराब डाइजेशन के कारण और इन्हें कैसे ठीक किया जा सकता है।
हार्मोनल असंतुलन: असंतुलित हार्मोन के कारण कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। यह पाचन से जुड़ी कुछ समस्याओं का भी कारण बन सकता है।
एलर्जी: कुछ व्यक्तियों में विशेष खाद्य पदार्थों के प्रति एलर्जी विकसित हो जाती है। उदाहरण के लिए, कुछ लोगों को दूध से एलर्जी होती है, जबकि अन्य को अनाज से। जब वे इन खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं, तो उन्हें पाचन से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
आंत में सूजन: आंतों में सूजन की समस्या कई पाचन संबंधी विकारों का कारण बन सकती है। इस स्थिति में, आप जो भी भोजन करते हैं, उसे पचाने में कठिनाई होती है और पेट से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
शारीरिक समस्याएं: पेट से संबंधित समस्याएं, जैसे कि GERD, खराब पाचन के प्रमुख कारणों में से एक हैं। इस स्थिति में आपकी इसोफेजियल मांसपेशियों की कार्यक्षमता में कमी आ जाती है, या फिर लीक गट सिंड्रोम जैसी मांसपेशियों से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
जीरा: जीरा कब्ज के उपचार में सहायक माना जाता है। इसमें पाए जाने वाले फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट पाचन प्रक्रिया को सुधारने में मदद कर सकते हैं। जीरे का पानी पीने से कब्ज से राहत प्राप्त करना सरल हो सकता है।
सौंफ: सौंफ का पानी पीने या सौंफ का सेवन करने से कब्ज़ में राहत मिल सकती है। सौंफ में उच्च मात्रा में फाइबर होता है और इसमें एस्ट्रैगोल, फेन्कोन, और एनेथोल जैसे तत्व मौजूद होते हैं, जो कब्ज से निजात दिलाने में सहायक होते हैं।
धनिया: धनिया के बीज का पानी पीने से कब्ज़ में राहत मिल सकती है। धनिया में उच्च मात्रा में फ़ाइबर होता है, जो पाचन प्रक्रिया को सुधारने में सहायक है। इसके अलावा, धनिया में पाया जाने वाला थाइमोल यौगिक पाचन रसों के स्राव को बढ़ाने में मदद करता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।