
How much salt should a person eat in a day
WHO salt intake guidelines 2025 : नमक हमारे भोजन का अहम हिस्सा है, लेकिन इसकी अधिक मात्रा सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने हाल ही में एक नई गाइडलाइन जारी की है, जिसमें कम सोडियम वाले नमक के उपयोग की सिफारिश की गई है। यह गाइडलाइन खासतौर पर भारतीय उपभोक्ताओं के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि भारतीय लोग औसतन अधिक मात्रा में नमक का सेवन करते हैं।
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, एक व्यक्ति को प्रतिदिन अधिकतम 5 ग्राम (Salt Intake Per Day) नमक का सेवन करना चाहिए। वहीं, सोडियम की मात्रा 2 ग्राम प्रतिदिन होनी चाहिए। लेकिन भारत में औसत नमक की खपत 10 ग्राम प्रतिदिन तक पहुंच जाती है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर सकती है। इसलिए, डब्ल्यूएचओ ने कम सोडियम वाले नमक, विशेष रूप से पोटेशियम युक्त नमक के उपयोग की सलाह दी है।
डब्ल्यूएचओ ने स्पष्ट किया है कि कम सोडियम वाला नमक (लो-सोडियम साल्ट) वयस्कों और स्वस्थ व्यक्तियों के लिए लाभकारी हो सकता है। हालांकि, गर्भवती महिलाओं, बच्चों और किडनी से संबंधित समस्याओं वाले लोगों को सामान्य नमक का ही सेवन करने की सलाह दी गई है।
नमक की अधिकता से कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं, जिनमें शामिल हैं:
उच्च रक्तचाप: अधिक नमक ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है, जिससे हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है।
हृदय संबंधी बीमारियां: अत्यधिक नमक हृदय अटैक और स्ट्रोक के खतरे को बढ़ा सकता है।
किडनी पर असर: ज्यादा नमक से किडनी की कार्यप्रणाली प्रभावित होती है और किडनी से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
हड्डियों की कमजोरी: अधिक सोडियम का सेवन शरीर से कैल्शियम की मात्रा को कम कर सकता है, जिससे हड्डियां कमजोर हो सकती हैं।
पेट और त्वचा की समस्याएं: अधिक नमक डिहाइड्रेशन, एसिडिटी और अन्य पेट से जुड़ी समस्याएं बढ़ा सकता है।
डब्ल्यूएचओ ने 27 जनवरी 2025 को जारी गाइडलाइन में ‘लो-सोडियम सॉल्ट सब्सटिट्यूट’ (एलएसएसएस) को पारंपरिक नमक का बेहतर विकल्प बताया है। इन नमकों में सामान्य टेबल सॉल्ट की तुलना में कम सोडियम होता है और पोटेशियम क्लोराइड की मात्रा अधिक होती है, जिससे यह स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित विकल्प बन जाता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय खाने में स्वाद का विशेष महत्व होता है, जिस कारण लोग अधिक नमक का सेवन करते हैं। लेकिन कम सोडियम वाला नमक इस्तेमाल करने से न केवल सेहत को फायदा मिलेगा, बल्कि उच्च रक्तचाप और हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा भी कम होगा।
ताजे फलों और सब्जियों का अधिक सेवन करें ताकि शरीर को प्राकृतिक रूप से आवश्यक पोषक तत्व मिलें।
प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड से बचें, क्योंकि इनमें पहले से ही अधिक मात्रा में सोडियम मौजूद होता है।
कम सोडियम वाले नमक का चयन करें और धीरे-धीरे इसकी आदत डालें।
खाने में अतिरिक्त नमक डालने से बचें, खासकर सलाद और तैयार पकवानों में।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं, जिसमें नियमित व्यायाम और संतुलित आहार शामिल हो।
नमक हमारी सेहत के लिए जरूरी है, लेकिन इसकी अधिकता से कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। डब्ल्यूएचओ की नई गाइडलाइन के अनुसार, कम सोडियम वाला नमक अपनाकर हम अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं। सही जानकारी और जागरूकता से हम अपने खाने की आदतों में सुधार कर सकते हैं और एक स्वस्थ जीवन की ओर कदम बढ़ा सकते हैं।
Published on:
06 Feb 2025 06:06 pm
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