Side Effects of Supplements: कई बार लोग बिना सलाह के मल्टीविटामिन और हर्बल सप्लीमेंट लेना शुरू कर देते हैं। जानें क्यों जरूरी है डॉक्टर को बताना कि आप कौन-सी दवाएं और सप्लीमेंट ले रहे हैं, और जरूरत से ज्यादा सेवन से क्या खतरे हो सकते हैं।
Side Effects of Supplements: आज की इस भागदौड़ की जिंदगी में लोगों को बैंलेस डाइट लेने के बाद भी विटामिन और मिनरल्स की पूर्ति नहीं हो पाती है। ऐसे में डॉक्टर कई बार सप्लीमेंट लेने की सलाह भी देते हैं, खासकर लंबी बीमारी से उबरने के बाद कमजोरी दूर करने के लिए। लेकिन समस्या तब होती है जब लोग अपनी मर्जी से, बिना डॉक्टर की सलाह के, मल्टीविटामिन या हर्बल सप्लीमेंट लेना शुरू कर देते हैं।
यदि आपको किसी और बीमारी का इलाज करवाने के लिए दूसरे डॉक्टर के पास जाना पड़ता है, तो उन्हें यह जरूर बताना चाहिए कि आप कौन-से सप्लीमेंट और दवाएं ले रहे हैं। यह जानकारी आपके इलाज को सुरक्षित और असरदार बनाने के लिए बेहद जरूरी है।
यदि आप अपनी मर्जी से कोई सप्लीमेंट्स ले रहें हैं तो डॉक्टर को इसकी सही जानकारी देना काफी जरूरी है। इनमें एलर्जी की दवाएं, हर्बल सप्लीमेंट, मल्टीविटामिन और अन्य विटामिन, मिनरल सप्लीमेंट, पेनकिलर्स और ओवर-द-काउंटर दवाएं शामिल हैं। ये दवाएं कभी-कभी प्रिस्क्राइब की गई दवाओं के असर को कम कर सकती हैं, इसलिए डॉक्टर को सही जानकारी देना जरूरी है।
विटामिन K – ब्लड थिनर दवाओं का असर कम कर देता है।
विटामिन C और E – कैंसर मरीजों में कीमोथैरेपी की दवाओं के असर को कमजोर कर सकते हैं।
ब्लड क्लॉटिंग डिसऑर्डर – कई सप्लीमेंट खून को जमने से रोकते हैं, जिससे ब्लीडिंग का खतरा बढ़ जाता है।
एलर्जी – हर्बल सप्लीमेंट छुपी हुई एलर्जी को और गंभीर बना सकते हैं।
प्रेग्नेंसी – कई सप्लीमेंट गर्भावस्था में असुरक्षित होते हैं और माँ-बच्चे दोनों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
विटामिन A – ज्यादा लेने पर हड्डियां कमजोर हो सकती हैं।
विटामिन B6 – अधिक मात्रा से नसों को नुकसान और संतुलन बिगड़ सकता है।
विटामिन D – ओवरडोज से खून में कैल्शियम बढ़ जाता है (हाइपरकैल्सीमिया), जिससे हार्ट और किडनी पर बुरा असर पड़ता है।
हर दवा और सप्लीमेंट का नाम अपने डॉक्टर को बताएं। क्यों ले रहे हैं और कितने दिनों से ले रहे हैं, यह भी स्पष्ट करें। सही डोज की जानकारी दें। चाहें तो दवाओं की स्ट्रिप्स अपने साथ अपॉइंटमेंट पर ले जाएं।