Sinus Issues in Winter : साइनस चेहरे और सिर की हड्डियों के अंदर छोटी और खाली जगह होती है। हवा से भरी हुई ये कैविटी नाक के रास्ते से जुड़ी होती हैं। जब इस खली जगह पर सूजन आ जाती है तो ये साइनसाइटिस संक्रमण बन जाता है। होम्योपैथिक डॉक्टर से जानें इससे बचने के 5 उपाय
Sinus Issues in Winter : साइनसाइटिस की समस्या आम है, लेकिन यह बहुत ज्यादा तकलीफ दे सकती है। इसलिए आवश्यक है कि समय रहते इसके लक्षणों को पहचाना जाए। सिरदर्द, आंखों में दर्द, नाक बंद होना या नाक से गाढ़ा स्राव बहना, और बार-बार छींक आने जैसे लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से बात करें। तो आइए जानते हैं होम्योपैथिक डॉक्टर से कि सर्दियों में इसका खतरा क्यों बढ़ जाता है और कौन सी 5 आदतें अपनाकर इससे बचा जा सकता है।
होम्योपैथिक डॉक्टर मनोज जांगिड़ ने बताया कि मौसम में बदलाव साइनसाइटिस को बहुत प्रभावित करता है। सांस और एलर्जी के रोगियों के लिए यह समय काफी कठिन होता है। ठंड के मौसम में साइनसाइटिस की समस्या कई कारणों से बढ़ जाती है। सर्दियों में ठंडी और शुष्क हवाएं चलती हैं, जो साइनस के मार्ग को शुष्क कर देती हैं, जिससे जलन और सूजन की दिक्कत बढ़ जाती है।
सर्दियों में शरीर की इम्युनिटी भी कम हो जाती है, जिससे हमारा शरीर वायरस और बैक्टीरिया के प्रति ज्यादा संवेदनशील हो जाता है। ज्यादातर साइनसाइटिस जुकाम या फ्लू के बाद ही शुरू होता है। ठंड से बचने के लिए हम घर और ऑफिस में खिड़कियों को बंद रखते हैं। इससे धूल के कण और फफूंदी का जमाव बढ़ता है, जो एलर्जी और साइनस की सूजन को और बढ़ाता है। इसके अलावा, आजकल सर्दी में ठंडे पेय और आइसक्रीम के सेवन का चलन बढ़ा है। इससे साइनस मार्ग में कफ ज्यादा बनता है, जिससे जमाव और सूजन की समस्या गंभीर हो जाती है।
ठंडे पेय पीने से बचें। इसके बजाय गुनगुना पानी और गर्म पेय पीएं। ये कफ को पतला करने में मदद करते हैं। बार-बार छींक आ रही हो या स्राव हो रहा हो तो नियमित रूप से भांप लें। भांप लेना साइनस मार्ग को खोलने और सूजन कम करने का सबसे आसान और प्रभावी तरीका है।
नेति पॉट या जलनेति का उपयोग करके सलाइन वॉटर से नाक को नियमित रूप से धोएं। बिना सही जानकारी के इसका पालन न करें। यह साइनस में सूजन कम करने और कफ बाहर निकालने में काफी सहायक होता है।
ठंड के मौसम में ठंडी हवाओं के सीधे संपर्क से बचें। खासकर सिर पर टोपी और स्कार्फ का उपयोग करें। गर्म जगह से तुरंत ठंडी हवा में जाने से बचें, क्योंकि तापमान में अचानक बदलाव साइनस को उत्तेजित कर सकता है।
अपने आहार में प्रोसेस्ड, तैलीय और भारी खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें। स्वस्थ जीवनशैली से इम्युनिटी मजबूत होती है। गंभीर या क्रॉनिक साइनसाइटिस होने पर चिकित्सक की सलाह अनुसार ही खान-पान का पालन करें। संतुलित आहार लक्षणों से राहत दिलाने में सहायक साबित हो सकता है।
आस-पास के वातावरण को साफ रखें। धूल, परागकण और फफूंदी से बचें, क्योंकि ये एलर्जी को ट्रिगर करते हैं। घर में नमी का स्तर नियंत्रित रखें और उचित वेंटिलेशन सुनिश्चित करें। धूम्रपान से बचें और धूम्रपान करने वाले लोगों से दूरी बनाएं।