Salt intake for diabetics : विश्व मधुमेह दिवस (14 नवंबर) पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने मधुमेह रोगियों के लिए अत्यधिक नमक सेवन के खतरों पर जागरूकता बढ़ाई। भोजन में सावधानीपूर्वक विकल्प, विशेषकर नमक का सेवन कम करना, बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि अधिक नमक से जटिलताएं बढ़ सकती हैं।
Salt intake for diabetics : मधुमेह के रोगियों के लिए स्वास्थ्य बनाए रखना केवल ब्लड शुगर (Blood sugar) को नियंत्रित करने तक सीमित नहीं है। विशेषज्ञों का कहना है कि नमक का कम सेवन (Salt intake for diabetics) , खासकर मधुमेह (Diabetics) से ग्रस्त लोगों के लिए, जटिलताओं को कम कर सकता है और स्वास्थ्य जोखिमों से बचा सकता है। विश्व मधुमेह (Diabetics) दिवस से पहले चिकित्सा विशेषज्ञों ने मधुमेह रोगियों के लिए अत्यधिक नमक सेवन (Salt intake for diabetics) के खतरों पर रोशनी डाली।
डॉ. प्रवीण कुमार कुलकर्णी के अनुसार, ज्यादा नमक का सेवन मधुमेह (Salt intake for diabetics) रोगियों में उच्च रक्तचाप को बढ़ा सकता है। उन्होंने बताया, "मधुमेह से ग्रस्त व्यक्ति पहले से ही उच्च रक्तचाप की चपेट में आने का जोखिम रखते हैं। अत्यधिक नमक का सेवन (Salt intake for diabetics) शरीर में पानी को बनाए रखने का कारण बनता है, जिससे रक्त वाहिनियों में रक्त का संचार बढ़ता है और यह लंबे समय में हृदय प्रणाली पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है।"
डॉ. जी. संदीप रेड्डी बताते हैं कि अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (AHA) मधुमेह (Diabetics) या उच्च रक्तचाप के रोगियों को 1,500 मिलीग्राम प्रति दिन से अधिक सोडियम न लेने की सलाह देती है।
उनका कहना है कि अत्यधिक नमक का सेवन (Salt intake for diabetics) किडनी पर भी बुरा असर डालता है, जो पहले से ही मधुमेह से कमजोर होती है। "मधुमेह में उच्च ब्लड शुगर (Blood sugar) के कारण किडनी की क्षमता प्रभावित हो जाती है। अतिरिक्त सोडियम का सेवन किडनी को अतिरिक्त काम करने के लिए मजबूर करता है, जिससे पुरानी किडनी बीमारी (CKD) या किडनी फेलियर का खतरा बढ़ जाता है।"
डॉ. उषा रानी मानती हैं कि मधुमेह के रोगियों में हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा अधिक होता है। उन्होंने बताया कि, "मधुमेह के रोगियों में रक्त वाहिनियां मोटी हो जाती हैं और अवरोध का खतरा बढ़ जाता है, जो हार्ट अटैक और स्ट्रोक का कारण बन सकता है। नमक का सेवन घटाकर (Salt intake for diabetics) इस खतरे को कम किया जा सकता है।"
डॉ. नंबूरी अनिल कुमार कहते हैं कि शरीर में अत्यधिक नमक से पानी का रुकना, सूजन और एडिमा की समस्या उत्पन्न हो सकती है। "मधुमेह के रोगियों में अतिरिक्त फ्लूइड रिटेंशन के कारण पैरों में सूजन बढ़ जाती है, जिससे चलने-फिरने में परेशानी होती है और संक्रमण का खतरा बढ़ता है।"
मधुमेह से ग्रस्त लोगों को यह समझना होगा कि नमक का सेवन (Salt intake for diabetics) सीमित करना एक महत्वपूर्ण कदम है, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने, किडनी की सुरक्षा और हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायक हो सकता है।