Ayushman Vay Vandana : बिहार के नालंदा जिले में 20 नवंबर से 10 दिसंबर तक 'आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना' और 'मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना' के तहत एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
Ayushman Vaya Vandana Scheme : बिहार के नालंदा जिले में 20 नवंबर से 'आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना' और 'मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना' के तहत एक विशेष अभियान की शुरुआत की गई है। यह अभियान 10 दिसंबर तक चलेगा, जिसमें 70 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों को 'आयुष्मान वय वंदना' योजना के तहत पंजीकरण करने का मौका दिया जा रहा है।
इस योजना (Ayushman Vay Vandana) के अंतर्गत बुजुर्गों को सालाना पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज प्रदान किया जाएगा। यह सुविधा उन अस्पतालों में उपलब्ध होगी, जो आयुष्मान योजना के तहत पंजीकृत हैं। योजना का उद्देश्य बुजुर्गों को आर्थिक और स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करना है।
पंजीकरण के लिए सिर्फ आधार कार्ड की आवश्यकता है। नालंदा में डिजिटल काउंटरों के माध्यम से आयुष्मान कार्ड (Ayushman Vay Vandana) बनाए जा रहे हैं। जिला कार्यक्रम प्रमुख शबनम सुल्ताना ने बताया कि अब तक 11 लाख लोगों का पंजीकरण किया जा चुका है, जबकि 26 लाख लोगों का लक्ष्य रखा गया है।
10 दिसंबर के बाद आशा वर्कर घर-घर जाकर उन लाभार्थियों को जोड़ेंगी, जो अब तक छूट गए हैं। इस काम के लिए आशा वर्कर्स को प्रोत्साहन राशि के रूप में प्रति कार्ड पांच रुपये दिए जाएंगे।
योजना का लाभ लेने आए बुजुर्गों ने इसे सराहा। अजीम शाह, जो योजना का कार्ड बनवा रहे हैं, ने कहा, "पहले इस तरह की योजना नहीं थी। प्रधानमंत्री मोदी ने यह योजना शुरू कर हम गरीबों के लिए एक बड़ी राहत दी है।"
प्यारे पासवान ने कहा, "इस योजना से हमें अस्पताल में इलाज कराने में मदद मिलेगी। यह बुजुर्गों के लिए वरदान साबित होगी।"
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नालंदा के अलावा, यह अभियान पूरे बिहार में चलाया जा रहा है। इसका उद्देश्य बुजुर्गों को बिना किसी आर्थिक दबाव के बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है।
'(Ayushman Vay Vandana)' योजना न केवल बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा का एक सशक्त माध्यम है, बल्कि यह समाज में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने में भी मददगार साबित हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस पहल ने बुजुर्गों के जीवन में नई उम्मीदें जगाई हैं।