World Head and Neck Cancer Day: कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जो शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है, जैसे सिर, नाक, कान और गले में। कुछ लक्षण होते हैं, जिनसे बीमारी का पता चल सकता है, इसलिए समय रहते पहचानना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं सिर और गले के कैंसर के लक्षण, कारण और इससे बचाव के उपाय।
World Head and Neck Cancer Day: हर साल 27 जुलाई को World Head and Neck Cancer Day मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य इस गंभीर बीमारी को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाना है। सिर और गर्दन का कैंसर आमतौर पर मुंह, गला, नाक, साइनस और गर्दन जैसे हिस्सों को प्रभावित करता है। अगर इसके शुरुआती संकेतों को समय रहते पहचान लिया जाए, तो इलाज काफी हद तक सफल हो सकता है। लेकिन अक्सर लोग इसके लक्षणों को मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, जो आगे चलकर जानलेवा बन सकते हैं।आइए जानते हैं सिर और गले के कैंसर के लक्षण, कारण और इससे बचाव के उपाय।
-गले में लगातार खराश रहना या खिंचाव महसूस होना।
-निगलते वक्त दर्द या तकलीफ होना (Dysphagia)।
-आवाज भारी होना या कर्कश हो जाना।
-मुंह या जीभ पर जख्म या छाले जो लंबे समय तक ठीक न हों।
-मुंह के अंदर सफेद या लाल धब्बे बनना (Leukoplakia/Erythroplakia)।
-एक या दोनों कानों में लगातार दर्द रहना।
-बार-बार कान में इन्फेक्शन होना।
-नाक से बार-बार खून आना या बंद रहना।
-साइनस में लगातार दर्द जो दवा से ठीक न हो।
-गर्दन या जबड़े में कोई गांठ जो धीरे-धीरे बढ़ती जाए।
-चेहरे या गले में सूजन आना।
-बिना किसी दंत समस्या के दांत ढीले होना या दर्द रहना।
-जबड़े का आकार बदलना या डेंचर ठीक से न लगना।
-लार या थूक में खून आना।
-सांस लेने या बोलने में कठिनाई।
-बिना कारण तेजी से वजन घटना।
तंबाकू और शराब से दूरी बनाएं
यह दोनों आदतें हेड और नेक कैंसर के प्रमुख कारणों में से हैं। धूम्रपान और शराब का सेवन कम करने से कैंसर का खतरा काफी हद तक घटता है।
HPV वैक्सीन लगवाएं
ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) इंफेक्शन भी सिर और गर्दन के कैंसर का कारण बन सकता है। खासतौर पर युवाओं को इसकी वैक्सीन समय पर लगवानी चाहिए।
नियमित डेंटल और हेल्थ चेकअप
माहिर डेंटिस्ट से साल में एक बार जांच जरूर कराएं। मुंह के अंदर की कोई भी असामान्यता नजरअंदाज न करें।
-भरपूर मात्रा में फल और हरी सब्जियां खाएं।
-नियमित रूप से व्यायाम करें।
-तनाव को मैनेज करें और नींद पूरी लें।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।