आर्य युग खंड-1 विषय कोश का विमोचन 19 मई को सुबह 9 बजे हुब्बल्ली के केशवापुर अरिहंत कॉलोनी स्थित वासू पूज्य जैन नूतन भवन में किया जाएगा। आचार्य अरिहंत सागर सूरीश्वर महाराज एवं पन्यास प्रवर धैर्यसुन्दर विजय महाराज के सान्निध्य में समारोह होगा। श्री वासू पूज्य जैन श्वेताम्बर ट्रस्ट एवं संघ समिति के तत्वावधान में आयोजित समारोह में विमोचन का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
चार मुख्य विषय समाहित
श्री वासू पूज्य जैन श्वेताम्बर ट्रस्ट हुब्बल्ली के शांतिलाल जैन ने बताया कि इससे पहले सुबह 8.30 बजे से शासन स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में शासन ध्वजारोहण मंदिर के प्रांगण में होगा। इसके बाद चतुर्विद संघ के साथ बाजते-गाजते श्रुतज्ञान की शोभायात्रा होगी। शोभायात्रा प्रमुख मार्गों से होते हुए वासू पूज्य नूतन भवन पहुंचेगी। इसके बाद गणमान्य लोगों की उपस्थिति में ग्रन्थ रत्न का विमोचन किया जाएगा। गच्छाधिपति आचार्य युगभूषण सूरीश्वर महाराज के मार्गनिर्देशन में यह विषय कोश तैयार किया गया है। इसमें चार मुख्य विषय समाहित किए गए हैं जिसमें अचौर्यमहाव्रत संबंधी, अढार पापस्थानक संबंधी, अढारहजारशीलांग आदि रथों संबंधी तथा अनशन, संलेखना, समाधिमरण संबंधी है।
27 खंड होंगे प्रकाशित
ऐसे 27 खंड प्रकाशित किए जाएंगे। हर खंड में चार विषय होंगे यानी 27 खंडों में कुल 108 मुख्य विषय समाहित किए जाएंगे। अभी पहला खंड का विमोचन किया जा रहा है। इसके बाद एक-एक कर अन्य खंडों का विमोचन किया जाएगा। आर्य युग खंड-1 विषय कोश हिंदी व गुजराती भाषा में उपलब्ध कराया गया है जिसमें 766 पेज है। इसके प्रकाशन में सामग्री के लिए मुनि नयजीत विजय, साध्वी कलानिधि एवं साध्वी निर्मलदृष्टि का भी विशेष मार्गदर्शन रहा है। काशी के विद्वानों ने भी इस ग्रन्थ की प्रशंसा की है।
तर्कबद्ध बातों का समावेश
यहां केशवापुर अरिहंत कॉलोनी स्थित वासू पूज्य जैन नूतन भवन में आयोजित प्रवचन में आचार्य अरिहंत सागर सूरीश्वर ने कहा कि इतने वर्षों की मेहनत के बाद यह ग्रन्थ प्रकाशित हो सका है। शाों में बताई गई तर्कबद्ध बातों को इसमें बताया गया है। साथ ही भविष्य में गहरे चिंतन के लिए भी यह ग्रन्थ उपयोगी साबित हो सकेगा। पूरा एकत्रीकरण करके एक जगह पर इसे ग्रन्थ में जगह दी गई है।