MP News: आइडीए के अधिकारी एमआर-12 सड़क बनाने के प्रयास में लगे हैं। इंजीनियर राकेश महाजन, दिनेश गोयल के नेतृत्व में टीमें काम कर रही हैं....
MP News: सिंहस्थ के पहले भारी वाहनों को बायपास से सांवेर रोड से जोड़ने के लिए एमआर-12 सड़क की योजना बनाई गई, लेकिन सालों बाद भी वह पूरी नहीं हो पाई है। यहां कैलोदहाला में 6 लेन का रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) प्रस्तावित है, लेकिन इसकी डिजाइन गड़बड़ होने से निर्माण नहीं हो पा रहा। आरओबी में 90 डिग्री के टर्न को मंजूरी मिल गई है। यह बनता है तो हादसे होंगे। अन्य बाधाएं भी हैं।
आइडीए ने शहर की ट्रैफिक व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए कई साल पहले मेजर रोड (एमआर रोड) बनाने की योजना तैयार की, लेकिन कई एमआर सड़क आज तक पूरी नहीं हो पाई है। एमआर-9 सड़क न्यू देवास रोड से लेकर रिंग रोड तक अटकी हुई है।
एमआर-10 सड़क भारी वाहनों को सांवेर रोड से जोड़ने के लिए बनाई गई, लेकिन आसपास कॉलोनियां विकसित होने से पूरा इलाके रहवासी क्षेत्र बन गया, जिसके कारण लगातार एक्सीडेंट होते रहते हैं। यहां एमआर-12 सड़क की प्लानिंग हुई ताकि देवास नाका के ट्रांसपोर्ट नगर को जोड़ते हुए बायपास से वाहन सीधे बाहरी इलाके से सांवेर रोड तक पहुंच जाए। सड़क की प्लानिंग कई साल पहले हुई, हालांकि यहां भी आसपास लगातार कॉलोनियां बन रही हैं।
आइडीए के अधिकारी एमआर-12 सड़क बनाने के प्रयास में लगे हैं। इंजीनियर राकेश महाजन, दिनेश गोयल के नेतृत्व में टीमें काम कर रही हैं। करीब 9.2 किलोमीटर लंबी सड़क बनना है, जो ग्राम भौंरासला के पास से एबी रोड होते हुए बायपास तक जाएगी। सड़क का बजट 200 करोड़ है। भौंरासला से भांगिया तक सड़क बन गई है। कैलोदहाला के पास भी करीब डेढ़ किलोमीटर हिस्से में काम चल रहा है। यहां कैलोदहाला में 6 लेन रेलवे ओवर ब्रिज बनना है। ब्रिज का डिजाइन तय है।
बाद में समझ आया कि जो डिजाइन बनी है, उसमें 90 डिग्री का टर्न आ रहा है और इस डिजाइन के आधार पर ब्रिज बन जाता है तो हादसे होते रहेंगे। इसलिए टेंडर प्रक्रिया रोक दी गई। यहां निजी कॉलोनी की जमीन पर सड़क का प्रस्ताव कर दिया, जिसमें भी बदलाव की जरूरत होने से काम अटक गया। कैलोदहाला की ओर उतार पर यह स्थिति है। 6 लेन ब्रिज करीब 35 करोड़ की लागत से बनना है, जिसका टेंडर हो चुका है।
एमआर-12 पर रविदास नगर व पंचवटी कॉलोनी के पास के निर्माण भी आ रहे हैं। इसमें करीब एक हजार मकान निर्माण में बाधक बन रहे हैं। यहां रहने वाले लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना-2 के तहत बनने वाली बिल्डिंगों में स्थान दिया जाएगा। आइडीए की बोर्ड बैठक में इसे मंजूरी मिल गई है। बिल्डिंग का निर्माण जल्द शुरू होने की तैयारी है।