MP News: इंदौर शहर में मंगलवार को पारा 42.6 डिग्री पार जा चुका था, ऐसी भीषण गर्मी में रवींद्र नाट्यगृह की बदहाली के कारण मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को परेशान होना पड़ा। एसी बंद होने से सीएम सहित अन्य नेताओं के पसीने छूट गए। एक ने तो नाराजगी भी जाहिर की, जिसके बाद बवाल हो गया।
MP News: इंदौर शहर में मंगलवार को पारा 42.6 डिग्री पार जा चुका था, ऐसी भीषण गर्मी में रवींद्र नाट्यगृह की बदहाली के कारण मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव(CM Mohan Yadav) को परेशान होना पड़ा। वे मंगलवार दोपहर डॉ. आम्बेडकर को लेकर हुए एक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे के लेट होने पर उन्हें ग्रीन रूम में इंतजार करना पड़ा, जहां का एसी बंद था। बाद में कमिश्नर ने नाट्यगृह मैनेजमेंट की जमकर लू उतारी।
वैसे तो रवींद्र नाट्यगृह(Rabindra Natyagriha) नगर निगम की संपत्ति है, लेकिन एक निजी संस्था ने रिनोवेशन कर समझौते के तहत मैनेजमेंट अपने हाथ में ले लिया, जहां की व्यवस्था अब चरमरा चुकी है। इसकी वजह से मुख्यमंत्री को भी परेशान होना पड़ा। वे डॉ. भीमराव आम्बेडकर को लेकर संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे थे, जिसमें मुख्य वक्ता भाजपा की वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे थीं। सीएम समय पर रवींद्र नाट्यगृह पहुंच गए, लेकिन राजे लेट हो गईं। डॉ. यादव(CM Mohan Yadav) को ग्रीन रूम में बैठाया गया, जो बदहाली का शिकार हो रहा था। एसी बंद होने से सीएम सहित अन्य नेताओं के पसीने छूट गए। एक ने तो नाराजगी भी जाहिर की, जिसके बाद बवाल हो गया। कमिश्नर दीपक सिंह ने निजी कम्पनी के मैनेजर को जमकर लताड़ लगाई कि आप क्या देख रहे हैं, ये क्या तरीका है? आपको नहीं मालूम था कि मुख्यमंत्री कार्यक्रम में आने वाले हैं तो सारी तैयारियां करके रखनी चाहिए थी।
एक तरफ तो निजी कम्पनी रवींद्र नाट्यगृह से मोटा किराया वसूल कर रही है तो दूसरी तरफ अब उससे व्यवस्था भी संभल नहीं रही है। पहले भी कई आयोजनों में नाराजगी व्यक्त की जा चुकी है। हॉल का एसी, आवाज सहित अन्य व्यवस्थाओं का ढर्रा बिगड़ चुका है। अब मांग उठ रही है कि निगम को निजी कम्पनी से कॉन्ट्रैक्ट तोड़कर खुद संचालन करना चाहिए या अन्य विकल्प पर विचार करना चाहिए।