इंदौर

स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2025: इंदौर ने रचा इतिहास, शहर की हवा भी 1 नंबर

MP News: पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने मंगलवार को स्वच्छ वायु सर्वेक्षण के परिणाम जारी किए। इसमें देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर ने फिर इतिहास रचते हुए नंबर वन का तमगा हासिल किया है।

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Sep 10, 2025
Clean Air Survey-2025 नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव से अवॉर्ड लेते इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव। इस मौके पर मौजूद सांसद शंकर लालवानी सहित अन्य। (फोटो सोर्स : @mpurbandeptt)

Clean Air Survey 2025: पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने मंगलवार को स्वच्छ वायु सर्वेक्षण के परिणाम जारी किए। इसमें देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर (Indore) ने फिर इतिहास रचते हुए नंबर वन का तमगा हासिल किया है। 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में इंदौर ने 47 शहरों को पछाड़ा। उसे 200 में से 200 अंक मिले। दिल्ली में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने महापौर पुष्यमित्र भार्गव को डेढ़ करोड़ का चेक और ट्रॉफी से सम्मानित किया। वेटलैंड सिटी का प्रमाण-पत्र भी दिया।

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जबलपुर देश में दूसरे नंबर पर

यादव ने इंदौर(Indore) की स्वच्छता, वेटलैंड आदि के लिए किए गए काम को लेकर तारीफ की। एक पुस्तिका का विमोचन किया गया। इसमें बेहतर काम करने वाले शहरों का वर्णन है। जबलपुर देश में दूसरे नंबर पर रहा। भोपाल को छठे से संतोष करना पड़ा। ज्ञात रहे कि केंद्र सरकार देश में नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम चला रही है। इसके तहत तीन श्रेणी में देश के 130 शहर हैं। इन्हीं में वायु सर्वेक्षण किया गया।

फैक्ट फाइल

Clean Air Survey 2025 (फोटो सोर्स : @DrMohanYadav)
  • 47 शहरों को पछाड़ा, तब इंदौर नंबर वन आया
  • 10 लाख आबादी में भोपाल भी टॉप-10 में, मिला छठा पायदान
  • 03 लाख से कम जनसंख्या श्रेणी में देवास का परचम
  • 10 लाख + में ग्वालियर 28वें पर, 3 लाख से 10 लाख आबादी में उज्जैन 13वें और सागर 16वें पर

अब 7500 वार्ड

स्वच्छ वायु सर्वेक्षण की शुरुआत देश में 2017-18 में हुई थी। अब सर्वे को वार्ड स्तर पर भी लागू किया जाएगा। मंगलवार को मंत्री भूपेन्द्र यादव ने गाइडलाइन जारी की। 2026 में कुल 7500 वार्ड शामिल होंगे। वार्ड स्तर पर बेहतर आबोहवा के लिए किए गए काम की निगरानी और उसके परिणाम का आकलन किया जाएगा।

इतनी मेहनत की, तब पाया मुकाम

  • मशीनों से सड़कों की सफाई।
  • कच्चे स्थानों पर धूल नियंत्रण।
  • उद्योगों, वाहनों से प्रदूषण पर रोक लगाने पीसीबी की सख्ती।
  • सड़क किनारे निर्माण कार्य रोक हरियाली विकसित की।
  • शहर में ईवी को बढ़ावा।
  • एक ही दिन में अभियान चलाकर 12 लाख पौधरोपण।
  • रेड सिग्नल के समय इंजन ऑफ अभियान चलाया।
  • नो कार डे अभियान चलाया।
  • प्रमुख बाजारों, आयोजनों में कोयला भट्टियों पर रोक।
  • सफाई में घरों से निकले कचरे को जलाने पर रोक।
  • हर नदी और नाले पर निर्मित पुल पर वर्टिकल गार्डन बनाए।

जबलपुर को 1 करोड़

संस्कारधानी को 200 में से 199 अंक मिले। एक करोड़ अवॉर्ड राशि मिली। लगातार दूसरी बार दूसरा स्थान हासिल किया। वायु गुणवत्ता में बीते साल के मुकाबले 18% का सुधार किया। खामी की बात करें तो इंदौर के मुकाबले इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी रही।

पौधरोपण से बढ़ा मान

देवास ने 200 में से 193 अंक हासिल कर अपनी श्रेणी में देश में नंबर वन है। लगातार पौधरोपण किया गया। दो स्वीपिंग मशीनों से सड़कों की सफाई कर 10-12 टन धूल हटाई। कोयला, लकड़ी जलाने पर प्रतिबंध। उद्योगों में गैस का उपयोग शुरू कराया गया।

3 श्रेणी में देश के शहर

  • 10 लाख से ज्यादा जनसंख्या 48
  • 03 से 10 लाख जनसंख्या 42
  • 03 लाख से कम जनसंख्या 40

सीएम मोहन ने की तारीफ

CM Mohan yadav (फोटो सोर्स : @DrMohanYadav51)

भारत के लिए अत्यंत प्रेरणादायी यह सफलता तीनों शहरों के वासियों की स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति पवित्र सोच, अटूट संकल्प, जागरूकता और अद्वितीय जनभागीदारीको समर्पित है-डॉ. मोहन यादव, मुख्यमंत्री

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Updated on:
10 Sept 2025 09:27 am
Published on:
10 Sept 2025 09:26 am
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