MP News: एडिशनल डीसीपी (क्राइम ब्रांच) राजेश दंडोतिया ने बताया, साइबर ठग पहले व्हाट्सएप या एसएमएस के से एपीके फाइल भेजते हैं, फिर शिकार बनाते है...
MP News: साइबर अपराधी नए तरीकों से ठगी कर रहे हैं। जनवरी से सितंबर 2025 के बीच एक ही तरीके से 390 लोगों से करीब 1 करोड़ की साइबर ठगी हो चुकी है। यह सब फर्जी एपीके फाइल से किया गया, जो आरटीओ चालान अपडेट, ट्रैफिक ई-चालान या बैंकिंग ऐप्स के नाम पर भेजी जाती हैं। दिवाली पर पुलिस ने ई-चालान अपडेट व गिफ्ट वाउचर सहित कई मैसेज व एपीके फाइल डाउनलोड करने के पूर्व सावधान रहने को कहा है।
ग्राफिक्स डिजाइनर युवक के पास वाट्सएप पर आरटीओ चालना अपडेट के नाम से मैसेज पहुंचा। मैसेज में एपीके फाइल होने से युवक ने अपने मित्र को जानकारी दी। मित्र ने ट्रैफिक पुलिस में परिचित के कहने पर साइबर क्राइम में सूचना दी। तब पता चला कि इस तरह के कोई मैसेज को डाउनलोड नहीं करना है। इससे फोन हैक हो सकता है। सतर्कता से बैंक खाता बच गया।
एडिशनल डीसीपी (क्राइम ब्रांच) राजेश दंडोतिया ने बताया, साइबर ठग पहले व्हाट्सएप या एसएमएस के से एपीके फाइल भेजते हैं। इसमें लिखा होता है कि आपके वाहन का चालान लंबित है या अपडेट किया है। मैसेज पर क्लिक करने पर एपीके फाइल डाउनलोड होती है। व्यक्ति का मोबाइल पूरी तरह साइबर अपराधियों के नियंत्रण में चला जाता है। इसके बाद पर्सनल डिटेल्स, बैंक जानकारी, पासवर्ड, ओटीपी, आदि की जानकारी चुराई जाती है और अकाउंट से पैसे निकाल लिए जाते हैं।
दंडोतिया ने बताया, त्योहारों के समय जैसे दीपावली पर साइबर अपराधी गिट वाउचर, ग्रीटिंग कार्ड, क्रेडिट पॉइंट्स, आदि के नाम पर भी ठगी करते हैं। ये ग्रीटिंग कार्ड्स या वाउचर फर्जी होते हैं और इनसे भी फर्जी एपीके फाइल डाउनलोड करवाई जाती है। किसी भी अज्ञात नंबर से एपीके गिफ्ट या फाइल को डाउनलोड करने से पहले 100 बार सोचें। यदि कोई परिचित व्यक्ति ऐसा भेजे तो पहले फोन करके पुष्टि करें कि क्या वास्तव में उन्होंने भेजा है, नहीं तो यह ठगी का शिकार बना सकता है।
साइबर अपराधों के प्रति अवेयर के लिए इंदौर पुलिस के एआइ आधारित आधुनिकतम सुरक्षा चेटबॉट से साइबर फ्रॉड से बचने के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकतें हैं। देखने के लिए इसकी वेबसाइट https//safeclicks.in पर या नंबर 7049108197 पर संपर्क करें।
दंडोतिया ने बताया, त्योहारों का समय खुशियां लाने के लिए होता है, ठगी का शिकार बनने के लिए नहीं। इसलिए अपनी और अपने परिवार की डिजिटल सुरक्षा को प्राथमिकता दें। फर्जी ग्रीटिंग कार्ड और ऐप के लालच में न आएं और कोई भी संदेहास्पद वेब एड्रेस मिलने पर संबंधित विभाग से संपर्क करें।
परिवहन विभाग की ओर से कभी भी किसी वाहन चालक को व्हाट्सएप पर चालान नहीं भेजा जाता और न ही किसी ऐप को डाउनलोड करने का निर्देश दिया जाता है। कोई भी व्यक्ति अगर व्हाट्सएप पर चालान अपडेट या ऐप डाउनलोड करने का मैसेज प्राप्त करता है तो वह पूरी तरह फर्जी है। इससे दूर रहें। - प्रदीप शर्मा, आरटीओ
-व्हाट्सएप या एसएमएस पर किसी भी वेब एड्रेस या एपीके फाइल को डाउनलोड न करें।
-आरटीओ, बैंक, या अन्य सरकारी संस्थाएं कभी भी इस तरह की फाइलें नहीं भेजतीं।
-यदि कोई चालान की जानकारी चाहिए तो सीधे सरकारी वेबसाइट पर जाकर चेक करें।
-गिफ्ट वाउचर या ग्रीटिंग कार्ड डाउनलोड करते समय विशेष सतर्कता बरतें।
-फोन हैक होने की स्थिति में तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें।