Indore hospital rat scandal: राज्य स्तरीय जांच समिति की रिपोर्ट हाईकोर्ट में पेश, 204 पन्नों की रिपोर्ट में बताई गंभीर लापरवाही...
Indore hospital rat scandal: महाराजा यशवंतराव अस्पताल इंदौर में हुए चूहा कांड मामले में राज्य स्तरीय जांच समिति की रिपोर्ट हाईकोर्ट में प्रस्तुत कर दी गई है। 204 पेज की रिपोर्ट में पांच डॉक्टरों सहित पेस्ट कंट्रोल एजेंसी एजाइल को दोषी बताया गया है। समिति ने साफ-सफाई व्यवस्था और पेस्ट कंट्रोल प्रणाली में गंभीर लापरवाही स्वीकारते हुए डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया और अधीक्षक डॉ. अशोक यादव को प्रशासनिक दृष्टि से विफल माना है।
जांच दल ने 4 सितंबर को जायजा लिया था। पेस्ट कंट्रोल एजेंसी, डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ और रेजिडेंट डॉक्टरों के बयान दर्ज किए। पाया कि एजेंसी एजाइल की सेवाएं प्रभावी नहीं थीं।
हेल्पलाइन पर संपर्क के बाद भी समय पर कार्रवाई नहीं हुई। यदि पहली सूचना पर प्रभावी पेस्ट कंट्रोल किया गया होता, तो दूसरी घटना रोकी जा सकती थी।इंदौर में हुई इस भयावह घटना (Indore hospital rat scandal) की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों तक समय पर नहीं पहुंचाई गई। उधर, बेबी ऑफ मंजू नामक नवजात की मौत के मामले में हाईकोर्ट (High Court)ने शासन सहित अन्य से जवाब मांगा है।
--साफ-सफाई और पेस्ट कंट्रोल की घोर लापरवाही।
--पेस्टीसाइड भुगतान के दस्तावेज टीम को नहीं दिए।
--अधूरे उपचार रिकॉर्ड, मृत्यु कारणों का स्पष्ट जिक्र नहीं।
--जांच रिपोर्ट में दोनों नवजातों की मौत का कारण स्पष्ट नहीं।
एजाइल कंपनी: पेस्ट और रोडेंट कंट्रोल कार्य समय पर व प्रभावी ढंग से नहीं किया।
डॉ. मनोज जोशी, डॉ. पूजा तिवारी, डॉ. विनोद राज: प्रभावी उपचार में लापरवाही।
नर्सिंग इंचार्ज प्रवीणा सिंह: सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को समय पर नहीं दी।
डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया व अधीक्षक डॉ. अशोक यादव: प्रशासनिक स्तर पर विफल।