Janmashtami 2024: मंदिर में विराजे काले पत्थर के नंदलाल को श्रद्धालु अपनी मन्नतों के लिए बंधक बनाते हैं और फिर पूरी होने पर मुक्त भी करते हैं।
Krishna Janmashtami 2024: ये हैं नटखट नंदलाल…काले पाषाण की प्रतिमा में विराजित। यशोदा के ‘लाल’ की लीला भी निराली है। श्रद्धालु मन्नत लेकर आते हैं। भगवान के विग्रह मूर्ति के दोनों पैरों को नाड़े से बांध देते हैं। मन्नत पूरी होने पर भक्त खुद अपने हाथों से यह प्रेम की ‘डोर’ खोलने आते हैं।
इंदौर से महज 28 किलोमीटर दूर भगवान श्रीकृष्ण का यह अनूठा मंदिर महू तहसील के महूगांव में है। लक्ष्मीनारायण मंदिर में विराजे काले पत्थर के नंदलाल को श्रद्धालु अपनी मन्नतों के लिए बंधक बनाते हैं और फिर पूरी होने पर मुक्त भी करते हैं। मंदिर के पुजारी प्रेमनारायण शास्त्री का कहना है, मान्यता है कि श्रीकृष्ण महिलाओं की गोद भरते हैं। इसलिए अधिकांश महिलाएं पुत्र की चाह में मन्नत मांगने आती हैं।
उधर महूगांव में लक्ष्मीनारायण भगवान का सैकड़ों साल पुराना मंदिर था। इसे कुछ दिन पहले जमींदोज कर नए मंदिर का भूमिपूजन किया गया। पुजारी शास्त्री ने बताया, यहां 90 लाख से नया मंदिर बन रहा है।
● पुजारी की बहू ज्योति ने बताया, ठाकुरजी को एक बार समय पर भोग लगाना भूली तो मंदिर से बच्चों के रोने और घुंघरु की आवाज सुनाई दी। तब से कभी समय का पालन नहीं छोड़ा।
● मंदिर में कृष्ण की प्रतिमा अकेली पूजी जाती है। 30 साल पहले राधा-रुक्मिणी की प्रतिमा रखीं तो खंडित हो गई। तब से श्रीकृष्ण अकेले पूजे जाते हैं।