Massive fire fighter robot: रोबोट एआई या अन्य फीचर से लेस होगा फायर फाइटर रोबोट, जहां नहीं पहुंच सकते दमकल, वहां भी आसानी से बुझाएगा आग
Massive fire fighter robot: शहर में कई ऐसे स्थानों पर आग लगने की घटनाएं होती हैं, जहां दमकलकर्मियों का पहुंचना आसान नहीं होता है। इसलिए आग बुझाने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। कई बार आग नियंत्रण करने के दौरान दमकलकर्मी घायल भी हो जाते हैं। ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए नगर निगम फायर फाइटर रोबोट लाने की तैयारी में है। निगम पहले अलग-अलग मॉडल का परीक्षण करेगा, सर्वसुविधायुक्त और कम कीमत वाले फायर रोबोट को लिया जाएगा। निगम आयुक्त का प्रयास तो कि फायर रोबोट सीएसआर फंड से मिल जाए। फायर ब्रिगेड अब पूरी तरह से निगम के अधीन आ गया है। निगमायुक्त ने हाल ही में इस विभाग में संसाधन जुटाने, और कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिलाने के निर्देश दिए।
इंदौर निगम अफसरों के अनुसार, रोबोट एआई या अन्य फीचर (AI powered firefighter robot) से ऑपरेट हो सकता है। इसे कुछ दूरी से फायर ब्रिगेड के कर्मचारी ऑपरेट कर सकेंगे और वह काफी दूर तक पानी की बौछार से आग पर काबू पा सकेगा। यह ऐसी धातु से बना होगा कि आग होने के बाद भी सर्वाधिक तापमान पर इसे नुकसान नहीं पहुंचेगा। निगम अफसर पहले अलग-अलग कम्पनी के मॉडल का परीक्षण करेंगे। इसके लिए कंपनियों को डेमो के लिए बुलाया है।
देश के कई शहरों में अब फायर फाइटर रोबोट्स (Massive fire fighter robot) का इस्तेमाल किया जाने लगा है। हाल ही में महाकुंभ में भी फायर रोबोट का इस्तेमाल किया गया था। फायर रोबोट नई तकनीक से आग बुझाने में सहायक होते हैं। यह संकरी और तंग गलियों में जाकर आग पर काबू पा सकते हैं। जहां फायर ब्रिगेड की बड़ी गाड़ियों को पहुंचने में मशक्कत करनी पड़ती है। इसे काफी दूर से ही ऑपरेट किया जा सकेगा।
नगर निगम अब तक सिर्फ फायर एनओसी देने तक ही सीमित रहता था, लेकिन अब निगम का कार्य क्षेत्र बढ़ जाएगा। शहर में कई फायर स्टेशन बढ़ाने की योजना बन चुकी है। अब फायर ब्रिगेड के वाहनों और अन्य संसाधनों को मजबूत करने की योजना है। निगम ऊंची इमारतों पर लगी आग बुझाने और लोगों को रेस्क्यू करने के लिए अत्याधुनिक गाड़ी खरीदने, स्टाफ को भर्ती करने सहित कई योजनाएं बना चुका है। अब एक फायर फाइटर रोबोट भी खरीदा जाएगा।
आग पर नियंत्रण पाना बेहद आवश्यक सेवाओं में शामिल है। इसलिए फायर फाइटर रोबोट भी विभाग में शामिल करने की योजना है। इसके लिए डेमो देखकर फाइनल करेंगे। साथ ही विभाग में सभी आवश्यक संसाधन हो, ताकि किसी भी स्थिति में तत्काल फायर ब्रिगेड किसी भी परिस्थिति में काम कर सकें।
-शिवम वर्मा, निगमायुक्त