MP News: मध्यप्रदेश के इंदौर में एक बेटे ने छह साल की उम्र में अपनी मां को मुखाग्नि दी। उसे देख वहां मौजूद लोगों की आंखों में आंसू आ गए।
MP News: मध्यप्रदेश के इंदौर से दिलदहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां मां की अर्थी, पास में डेढ़ साल की बहन का सफेद कपड़ों में लिपटा शव और दादा का हाथ पकड़े छह साल का मासूम हरमन जिसने अपनी मां को मुखाग्नि दी। उसकी आंखों से बहते आंसू ने हर किसी को अंदर तक झकझोर दिया। मुखाग्नि के समय पूरा रामनगर सन्नाटे में डूबा रहा।
दरअसल, पटना से शादी से होकर इंदौर लौट रही गाड़ी नेशनल हाईवे-45 पर बम्हौरी के पास अनियंत्रित होकर 10 फीट गहरी खाई में जा गिरी थी। जिसमें दूल्हे दीपक के भाई नरेंद्र, बहन सरिता, दो साल की भांजी तस्वी (चीनू) और ड्राइवर सौरभ शर्मा समेत 6 की मौत हो गई थी। सरिता के पति रवि खोलवाल हादसे में घायल हुए और भोपाल के अस्पताल में भर्ती है।
रवि के पिता भागीरथ ने बताया कि जाते समय बहू ने कहा था कि रिसेप्शन के बाद 24 को लौट आएंगे। हादसे के पहले रास्ते में रात को 10.30 बजे वीडियो कॉल कर बताया था कि कहां तक पहुंचे हैं। उन्हें ढाबे पर रुकने की सलाह दी थी, पर नियति को कुछ और ही मंजूर था। मासूम को दफन करने के बाद पोती को याद करते जा रहे हैं। बस एक ही बात बोल रहे हैं कि पोती ने सबसे पहले दादा बोलना सीखा था। अब उसकी आवाज कानों में गूंज रही है।
आगे भागीरथ बताते हैं कि रायसेन से बहू और पोती के शव लेकर सोमवार देर रात 2.30 बजे घर पहुंचे थे। ठंडक बनाए रखने के लिए डॉक्टर ने कूलर चलाने का कहा था। छह साल का पोता हरमन चेहरा देख न सके इस वजह से बहू को सफेद कपड़े से ढांक रखा था। सुबह मुक्तिधाम में जैसे ही उसने मां का चेहरा देखा वह बिलख पड़ा। दादा से बोल पड़ा, मम्मी को क्यों जला रहे हो। उसे समझाया कि मां भगवान के पास चली गई है। इसके बाद मासूम को संभालना मुश्किल हो गया। छोटी बहन को पंचकुइया मुक्तिधाम के समीप दफनाया गया। उसके बाद सरिता का अंतिम संस्कार किया गया। सरिता को हरमन ने मुखाग्नि दी।
सरिता के पति रवि को अभी हादसे की सूचना नहीं दी गई है। वह भोपाल में भर्ती है। उसके सिर और गर्दन में गंभीर चोटें आई है। वह अभी तक होश में नहीं आया है। डॉक्टरों की टीम इलाज में जुटी हुई।