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इंदौर में खराब पानी से मचा हाहाकार, 3 लोगों की मौत, प्रभावितों से पटे कई अस्पताल

Indore- सीएम मोहन यादव ने अधिकारियों को निर्देश दिए, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने प्रभावितों से बात की

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सीएम मोहन यादव के निर्देश पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने हालात का जायजा लिया

सीएम मोहन यादव के निर्देश पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने हालात का जायजा लिया

Indore- देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में खराब पानी सप्लाई किया जा रहा है। इससे कई लोग प्रभावित हुए और अस्पताल पहुंचे हैं। दूषित पानी पीने से 3 लोगों की मौत हो गई जिससे हाहाकार मच गया है। इंदौर के बाणगंगा इलाके के भागीरथपुरा में यह घटना हुई है। प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इन मौतों की पुष्टि की। उन्होंने अस्पताल पहुंचकर प्रभावितों के हालचाल भी जाने। बताया जा रहा है कि इलाके के 150 से ज्यादा लोग उल्टी-दस्त, तेज बुखार और कमजोरी की चपेट में आ चुके हैं। अब तक 50 से ज्यादा लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करना पड़ा है। मरीजों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती किया गया है।

दूषित पानी पीने से पूरे भागीरथपुरा इलाके के निवासियों की जान पर बन आई है। बड़ी संख्या में लोग बीमार हो गए हैं।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि नल से सप्लाई दूषित पानी पीने के बाद लोगों की तबियत बिगड़ी है। लोगों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से नलों से आने वाले पानी का रंग और स्वाद सामान्य नहीं था। इससे बदबू भी आ रही थी लेकिन मजबूरी में लोग यह पानी पीते रहे। खराब पानी के कारण पूरा इलाका फूड पॉयजनिंग और डायरिया जैसी बीमारी की चपेट में आ गया है।

अस्पताल में भर्ती प्रभावितों ने बताया कि सबसे पहले उन्हें बुखार आया और फिर उल्टी-दस्त होने लगे। कई मरीजों की हालत इतनी बिगड़ गई कि उन्हें आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा। बच्चों और बुजुर्गों की हालत ज्यादा खराब बताई जा रही है।

4-5 प्राइवेट हॉस्पिटल में मरीजों को भर्ती कराया

सूत्रों के अनुसार करीब 4-5 प्राइवेट हॉस्पिटल में मरीजों को भर्ती कराया गया है। वर्मा अस्पताल में मंगलवार सुबह 75 साल के नंदलाल पाल की मौत हो गई। उन्हें उल्टी-दस्त की शिकायत के बाद यहां भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट बताई लेकिन परिजनों ने कहा कि दूषित पानी पीने के बाद ही उनकी तयिबत बिगड़ी थी। खराब पानी पीने से दो महिलाओं की भी मौत हो चुकी है।

बताया जा रहा है कि वर्मा अस्पताल में 20 मरीज भर्ती हैं। यहां मंगलवार को 2 प्रभावितों को डिस्चार्ज किया गया लेकिन 5 नए मरीज आ गए। कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) अस्पताल में 11 मरीज हैं। अरविंदो हॉस्पिटल और त्रिवेणी हॉस्पिटल में भी कई प्रभावित भर्ती हैं।

सभी प्रभावितों का सरकारी खर्च पर इलाज


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी मामले की गंभीरता को समझा है। उन्होंने प्रशासन को मरीजों के उचित इलाज और दूषित पानी सप्लाई बंद करने के निर्देश दिए। केबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सभी प्रभावितों का सरकारी खर्च पर इलाज कराने की बात कही। जो मरीज पैसे दे चुके हैं, उन्हें रिफंड कराया जाएगा। इस बीच प्रशासन ने पानी के सैंपल जांच के लिए भेज दिए हैं। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।