MP News Patrika Key Note पत्रिका समूह के संस्थापक श्रद्धेय कर्पूर चन्द्र कुलिश की जन्मशती वर्ष के तहत आयोजित कार्यक्रमों की शृंखला में इंदौर में आयोजित पत्रिका की-नोट में नेता प्रतिपक्ष ने पत्रकारिता के दायित्वों पर बात की, जानें क्या बोले उमंग सिंघार...
MP News Opposition Leader Umang Singhar in Patrika Key Note: मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार (Opposition Leader Umang Singhar) ने कहा कि, पत्रकार लिखता है तो सरकार को गलत नीतियां बदलनी पड़ती हैं। श्रद्धेय कर्पूर चन्द्र कुलिश कहते थे कि सत्ता का सामना करना ही पत्रकारिता की असली कसौटी है। मुद्दा महत्वपूर्ण होता है। राजस्थान सरकार काला कानून लाई थी, जिसमें भ्रष्टाचार की जांच के लिए सरकार की अनुमति जरूरी थी। गुलाब कोठारी जी ने इस पर लिखा तो सरकार को कानून वापस लेना पड़ा।'
बता दें कि उमंग सिंघार पत्रिका की ओर से आयोजित पत्रिका की-नोट (Patrika Key Note) कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारिता के दायित्वों पर बात करते हुए कहा कि, पत्रकारिता की कसौटी को समझें, वो यही है- 'सत्ता का सामना करना।'
सिंघार ने कहा कि आज की स्थिति में स्वतंत्र पत्रकारिता करना बहुत मुश्किल है, लेकिन यह जरूरी है। लोगों से मिलते हैं तो कई लोग कूपन और पेंशन नहीं मिलने की शिकायत करते हैं। तात्कालिक रूप से उनकी आर्थिक मदद कर देता हूं, लेकिन वही खबर जब अखबार में छपती है तो सरकार संज्ञान लेती है। यही पत्रकारिता की ताकत है, जिसे पहचानना जरूरी है। देश में नया दौर शुरू हो गया है। कई पत्रकार पत्रकारिता छोड़ने लगे हैं, क्योंकि उन्हें अभिव्यक्ति की आजादी नहीं मिल रही है। पत्रकारों के लिए सुरक्षा भी महत्वपूर्ण हो गई है।
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सोशल मीडिया के मौजूदा दौर में फेक न्यूज की बाढ़ सी आ गई है। ऐसे में प्रिंट मीडिया अपना दायित्व निभा रहा है। समाज को दशा व दिशा देने का कार्य पत्रिका कर रहा है। पत्रकारिता की चुनौतियों व संभावनाओं का विषय लोकतंत्र में समय की आवश्यकता है। पत्रकार समाज का वह आइना है, जो दिशा देता है। पत्रकार की सोच होती है कि उसकी खबर से समाज में क्या संदेश जाएगा और क्या प्रभाव पड़ेगा। इसी सोच के साथ सही खबरें देने वाला पत्रकारिता का मिशन बरकरार रहता है।