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पत्रिका की-नोट में बोले सीएम मोहन यादव- पत्रिका का मतलब विश्वसनीयता और भरोसा

MP News: होटल ग्रैंड पैलेस पहुंचे सीएम डॉ. मोहन यादव ने पत्रिका ग्रुप के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी का किया स्वागत, बोले- पत्रिका का नाम सुनते ही आनंद आ जाता है, पत्रिका का मतलब विश्वसनीयता और भरोसा…

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पत्रिका ग्रुप के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी और एमपी के सीएम डॉ. मोहन यादव (फोटो- पत्रिका)

MP News: ‘हमारे लिए पत्रिका का वही महत्व है जो पत्रिका का उद्देश्य है। पत्रिका का नाम सुनकर ही हमें ये विश्वास होता है कि ये निष्पक्ष है और सामाजिक सरोकार का सच्चा साथी है। सीएम ने कहा कि पत्रकारिता हो, राजनीति हो, अच्छा सैनिक हो, काम करने की भावना देश से जुड़ी होना चाहिए। अगर उसकी जड़े देश से नहीं जुड़ी हैं नैतिकता नहीं है तो फिर सही नहीं है।

ये वाक्य प्रदेश के मुखिया डॉ. मोहन यादव (CM Mohan Yadav)ने कहे। वे पत्रिका समूह के संस्थापक श्रद्धेय कर्पूर चन्द्र कुलिश की जन्मशती वर्ष के तहत आयोजित कार्यक्रमों की शृंखला में इंदौर (Indore) में आयोजित ‘पत्रिका की-नोट’ में बोल रहे थे। पत्रिका की-नोट सामाजिक मुद्दों पर गहन चिंतन की शृंखला है।

इधर होटल शेरेटन ग्रैंड पैलेस में ‘नए भारत में स्वतंत्र पत्रकारिता की भूमिका: चुनौती और संभावना’ विषय पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में उद्बोधन के दौरान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, लेखक और ट्रैवलर धरा पांडे और पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर अमय खुरासिया ने भी अपने विचार रखे।

मैं अक्षरक्ष: उनकी बोतों से जुड़कर बात करने की कोशिश करूंगा

अपने उद्बोद्धन की शुरुआत में सीएम ने पत्रिका के प्रधान संपादक को संबोधित करते हुए कहा कि- पत्रकारिता के सूर्य विद्वान गुलाब चंद कोठारी जी (Editor in Chief Patrika Group Gulab Kothari) का स्वागत करता हूं।

कोठारी जी ने जो बात रखी हैं उसे पूरी धैर्यता के साथ सुना और मैं उससे अक्षरश: जुड़कर बात करने की कोशिश करूंगा। सीएम ने कहा कि पत्रिका नाम सुनकर आनंद आ जाता है, ऐसा इसलिए क्योंकि पत्रिका नाम ही ऐसा है। पत्रिका मतलब विश्वसनीयता भी है। जब भी आपका लेख पढ़ता हूं, तो मुझे आपके प्रति श्रद्धा होती है।

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पत्रिका की पहचान विपक्ष की भूमिका निभाना- गुलाब कोठारी

इस अवसर पर पत्रिका के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी ने कहा, कि पत्रिका की एक ही पहचान है कि वह विपक्ष की भूमिका निभाता है। पत्रकार यदि परिवर्तन नहीं ला सकता तो, उसका पत्रकार बनने का अर्थ नहीं है। हम सरकार में बैठ गए तो, जो आप खा रहे हो मैं तो भी उसमें बांट लूंगा।

उन्होंने कहा कि पत्रकारिता आत्मा का विषय है। आज की पत्रकारिता में सबसे बड़ी चुनौती पत्रकार की आत्मा का निर्माण करना है। समाज में बदलाव लाना पत्रकारिता का पहला काम है। पत्रकार समाज को देता है, वह लेने के लिए नहीं है। वह बीज बनकर काम करे, जमीन में गढऩे के लिए तैयार रहे तभी, वह पेड़ बनेगा और समाज को फल देगा। जो भी अपने फल खाना चाहता वह, पेड़ कैसे बन सकता है। पत्रकार बनने की पहली शर्त है कि वह जमीन में गड़े अपनी छाया समाज का समर्पित करे।

एआइ और मोबाइल पत्रकारों के लिए चुनौती

कोठारी ने कहा, पत्रकार इस तरह के दबाव में आ गया कि वे स्वतंत्र नहीं रह पा रहा है। मालिकों, सरकारों और परिस्थितियों का अलग तरह का दबाव होता है। इन्हीं सबके बीच पत्रकारिता आपके सामने हैं। अखबार के बाद अब सोशल मीडिया भी आ गया, चुनौतियां बनी हुई हैं। पाठक की प्रतिक्रियाएं कहां चली गईं, यह ढूंढना पड़ेगा। अखबार के लिए सबसे बड़ा भगवान तो पाठक हैं। मोबाइल, इंटरनेट, एआइ सभी पत्रकार के लिए चुनौती हैं, क्योंकि वह पाठक को अपनी ओर खींच रही है।

लोकतंत्र की आत्मा को छूने की कोशिश– पत्रिका स्टेट एडिटर

पत्रिका के स्टेट एडिटर विजय चौधरी ने कहा कि 25 मई 2025 को मध्यप्रदेश में पत्रिका के 18 वर्ष पूरे हो रहे हैं। व्यस्क होने के साथ ही जिम्मेदारी बढ़ती जाती है। हमने शैशव व बाल्य अवस्था में भी जिम्मेदारी निभाई। अब कोशिश करेंगे कि जिम्मेदारी और बेहतर तरीके से निभाएं और जनता के मुद्दों पर काम करें। पत्रकारिता की चुनौतियां व संभावनाओं पर चर्चा केवल वर्तमान की जरूरत नहीं है, बल्कि लोकतंत्र की आत्मा को छूने को कोशिश भी है।

सोशल मीडिया पर छाया पत्रिका की नोट

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ट्वीट किया कि श्रद्धेय कुलिश जी भारतीय पत्रकारिता के ऐसे प्रहरी थे, जिन्होंने न केवल निर्भीक और निष्पक्ष पत्रकारिता की परंपरा को सुदृढ़ किया, बल्कि पत्रकारिता को जनसरोकारों से जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य भी किया। पत्रिका देश सेवा और लोकहित के पत्रकारीय मानदंडों पर सतत गतिमान रहे…मेरी शुभकामनाएं हैं।

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने ट्वीट किया कि पत्रिका के आयोजन में शामिल हुआ और अपने विचार साझा किए। पत्रिका समूह ने सच्ची पत्रकारिता को जीवित रखने का प्रयास किया है।


ये रहे मौजूद

आयोजन में पद्मश्री भालू मोंढ़े, विधायक मनोज पटेल, भाजपा नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा, डॉ. जयंतीलाल भंडारी, एआइएमपी के अध्यक्ष योगेश मेहता, सचिव तरुण व्यास, पूर्व अध्यक्ष प्रमोद डफरिया, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया, एमवाय अस्पताल अधीक्षक डॉ. अशोक यादव, सेंटर फॉर एक्सीलेंस ऑफ आइ हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. डीके वर्मा, डॉ. रवि डोसी, डॉ. सुरेंद्र दिल्लीवाल, डॉ. विनिता कोठारी, डॉ. साधना सोडानी, पूर्व संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. शरद पंडित, आइएमए अध्यक्ष डॉ. वल्लभ मूंदड़ा, सचिव डॉ. सुनील बांठिया, एडवोकेट मनोज द्विवेदी, एमटीएच अस्पताल से डॉ. सुमित्रा यादव, नृत्यांगना रागिनी मक्खर, अरविंद बागड़ी, एडवोकेट मनीष यादव, आसिफ शाह, कांग्रेस नेत्री अर्चना जायसवाल, सुहानी सिंह, अतुल सेठ, अजीतसिंह नारंग, रामेेश्वर गुप्ता, गौतम कोठारी, माला ठाकुर, मनीषा गौर, अशोक कोठारी, सीए कीर्ति जोशी, नवीन खंडेलवाल, अभय शर्मा, रमेश गुप्ता, डॉ. एसएल गर्ग, जनसंपर्क आयुक्त सुदाम खाड़े, संभागायुक्त दीपक सिंह, कलेक्टर आशीष सिंह, पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह, एडिशनल कमिश्नर अमित सिंह व मनोज श्रीवास्तव, डीसीपी जोन 2 अभिनव विश्वकर्मा, सोनलसिंह सिसौदिया, रजनी भंडारी, दिलीप भंडारी, जेपी मूलचंदानी, अवधेश तिवारी, सीमा जैसवानी, सीए राकेश भावसार, डॉ. अनस इकबाल, डॉ. विष्णु मिश्रा आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन सुनैना शर्मा ने किया।

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