patrika raksha kavach: आइसीआइसीआइ की विनवे वर्ल्ड ब्रांच ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि बैंक के कई करंट अकाउंट से लगातार बिना ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) के रुपए निकल रहे हैं।
patrika raksha kavach: आइसीआइसीआइ बैंक के रिलेशनशिप मैनेजरों ने बैंकिंग ऐप का इस्तेमाल कर चार राज्यों के व्यापारियों के करंट अकाउंट खाली कर दिए। इंदौर विजयनगर पुलिस ने करोड़ों की हेरफेर में जीजा-साले सहित छह आरोपियों को पकड़ा है। दरअसल, बैंक के आइ व्यू सॉफ्टवेयर से आरोपियों ने खातों से ओटीपी-पासवर्ड बिना पैसे निकाले।
उन्होंने इंदौर सहित पंजाब, गुजरात व तेलंगाना के कई व्यापारियों के करंट अकाउंट से पैसे गायब किए। खाते से बिना ओटीपी-पासवर्ड गायब हो रही रकम पर जब व्यापारियों ने बैंक में शिकायत की तो प्रबंधन भी हैरान रह गया।
पुलिस टीम ने बैंक की विनवे वल्र्ड ऑफिस के रिलेशनशिप मैनेजर कमल कुमावत (28) निवासी चित्रानगर, अभिषेक मालवीय (25) निवासी तेलंगाना और मंदसौर ब्रांच के स्टेनली जैकब (29) निवासी इंदौर के अलावा लवदीप, कृष्णा ठाकुर (23), सांई किरन (21) निवासी अदिलाबाद आंध्रप्रदेश को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से 19 लाख से अधिक के महंगे फोन, गैजेट्स और प्ले स्टेशन बरामद किए हैं।
आइसीआइसीआइ की विनवे वर्ल्ड ब्रांच ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि बैंक के कई करंट अकाउंट से लगातार बिना ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) के रुपए निकल रहे हैं। बैंक को खातों से पैसा गायब होने पर इंदौर सहित विभिन्न राज्यों के खातों धारकों ने सूचना दी थी। जिन करंट अकाउंट से पैसे गायब हो रहे थे वे डेयरी, होजरी, मेडिकल एजेंसी, सॉफ्टवेयर कंपनी, ऑटो कंपनी और कपड़े के व्यापारी थे।
जांच में बैंक के रिलेशनशिप मैनेजर को संदिग्ध पाया गया। पुलिस गिरफ्त में आरोपी कमल ने बताया कि वह बैंक के विभिन्न शहरों के कस्टमर की समस्याओं का निवारण करता था। बैंक के आइ व्यू सॉफ्टवेयर से वह कस्टमर के खाते में हुए ट्रांजेक्शन और पासवर्ड रिसेट ओटीपी भी देख सकता था। पहले उसने बड़े लेन-देन वाले खातों को चुना, फिर उनसे एक लाख निकाले। उससे लोन चुकाया और फिर लालच बढ़ने पर साथी रिलेशनशिप मैनेजर अभिषेक और मनासा में पदस्थ अपने जीजा स्टेनली को शामिल कर लिया।
आरोपियों में कमल व स्टेनली दोनो जीजा-साले हैं। तीसरे साथी अभिनव के साथ वे व्यापारियों के करंट खाते से रुपए पार कर पहले अमेजन, फ्लिपकार्ट, एपल के गिफ्ट कार्ड और महंगे गैजेट्स, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के साथ ई-गोल्ड खरीद कर उसे बेचकर अपने खातों में पैसा ट्रांसफर करवाते। इसके लिए उन्होंने तेलंगाना की एक फर्जी सिम भी खरीदी थी, जिसे पकड़े जाने के डर से उन्होंने लवदीप को फ्लाइट से तेलंगाना भेजकर उसे नष्ट कराया था।
बैंक की ओर से करंट अकाउंट खातों से पैसे गायब होने सूचना दी गई। बैंक कर्मी इसमें संदिग्ध था, जिसने अपने जीजा, दोस्त व रिश्तेदारों के साथ वारदात की। पुलिस ने अब तक 6 को गिरफ्तार किया है।
-अभिनव विश्वकर्मा, डीसीपी