Sansi Gang: आपके घर में शादी है तो रहें अलर्ट, शादियों में चोरी करने वाले सांसी गैंग के दो सदस्य समेत तीन गिरफ्तार, चुराए गए सोने पर लिया था गोल्ड लोन
Sansi Gang: शहर में शादी समारोह जारी है। ऐसे में दूल्हा-दुल्हन के परिवार को अलर्ट रहने की जरूरत है। हाल ही में राजगढ़ पुलिस ने कडि़या सांसी गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया। उन्होंने इंदौर, भोपाल, सारंगपुर, आगर, गुना, उज्जैन, मिर्जापुर सहित अन्य स्थानों पर वारदात करना बताया है। गैंग ने कई चौंकाने वाले खुलासे भी किए। वारदात का पैटर्न सुनकर अधिकारी भी हैरान रह गए। लाखों के जेवर भी जब्त हुए, लेकिन अपराधी वारदात करने में इतने मगन रहे कि उन्हें यह तक नहीं पता कि किस समारोह से कौन से जेवर उड़ाए हैं।
थाना बोडा, राजगढ़ पुलिस ने कडिया सांसी गैंग के सदस्य आरोपी अनिकेश सांसी (23) निवासी ग्राम कडिया सांसी और उसके (19) वर्षीय साथी को गिरफ्तार किया। दोनों की निशानदेही से 53 लाख के जेवर मिले। इसमें 659 ग्राम सोना, 1164 ग्राम चांदी जब्त की गई। आरोपियों को भोपाल की कोलार पुलिस पूछताछ के लिए ले गई है।
आरोपियों ने इंदौर के भंवरकुआं में रिटायर्ड डॉक्टर के यहां शादी समारोह से लाखों, तेजाजी नगर के शादी समारोह से लिफाफों से भरा बैग, तीन तोला सोने के जेवर, मोबाइल उड़ाना बताया। इसी तरह इंदौर में कनाडि़या, लसूडि़या, हीरा नगर, संयोगितागंज में भी वारदात की है। अधिकांश वारदात में कडिया सांसी गैंग के हाथ होने की बात सामने आ चुकी है।
कोलार, भोपाल से 5 लाख, सारंगपुर से 1 लाख, खंडवा से 75 हजार, उदनखेड़ी से जेवर, आगर से चांदी, गुना से 2.5 लाख, उज्जैन से 15 हजार नकद और 1.5 लाख का सोना, वर्ष 2021 में मिर्जापुर उत्तरप्रदेश से 50 लाख की चोरी।
राजगढ़ एसपी आदित्य मिश्रा ने बताया, गैंग का इतिहास निकाला तो पता चला कि सांसी जनजाति के राजगढ़ में तीन ठिकाने हैं जिसमें से एक कडि़या सांसी है। धौलपुर, राजस्थान में भी समुदाय के लोग रहते हैं। इस स्थान से जुड़े बदमाशों को सांसी गिरोह कहा जाता है जो शादी में मेहमान बनकर जाते हैं। इंदौर में गिरोह चोइथराम हॉस्पिटल की ओपीडी में ठहरा था ताकि कोई संदेह न करें। हॉस्पिटल से बाहर आकर गिरोह के सदस्य मोबाइल में गूगल पर गार्डन नीयर मी सर्च करते। जितने गार्डन की लिस्ट आती वहां पहुंच जाते। साज सज्जा और महंगी कारें देख वारदात का प्लान बनाते थे।
गैंग का एक नाबालिग सदस्य समारोह में दूल्हा-दुल्हन के माता-पिता का पता करता। रस्मों में शामिल होता। मौका देख परिवार के साथ तस्वीर खिंचवाता। विश्वास अर्जित कर कन्यादान, रिसेप्शन, दूल्हा-दुल्हन के माता-पिता के रूम में रखे जेवर पर नजर रखता। मौका देख जेवरात से भरा बैग, उपहार से भरे लिफाफे व अन्य सामान लेकर गायब हो जाता।
एसपी ने बताया, गैंग शादियों में चोरी के बाद अपने गृहक्षेत्र पहुंचती। यहां जेवर से गोल्ड लोन लेकर आपस में पैसों का बंटवारा कर लेते। पुलिस इनसे पूछताछ के लिए जाती तो कुछ भी हाथ नहीं आता। अब आरबीआई से पत्र व्यवहार कर रहे हैं ताकि कोई बदमाश बगैर प्रक्रिया गोल्ड लोन न ले सके। नियमों के तहत उनसे जेवर के पुश्तैनी होने और जीएसटी भरने की जानकारी लेना चाहिए।
एसपी ने बताया, आरोपियों से 53 लाख के जेवर जब्त किए हैं। आरोपियों ने स्थान बताए, लेकिन किन शादी समारोह से जेवर चोरी किए हैं, इस बारे में सटीक जानकारी नहीं दे रहे हैं। ऐसे में जब्त जेवरात का डिजिटल फोटो एलबम बनाया है। इसमें थाना बोडा, राजगढ़ का नंबर भी डाला है ताकि जिन स्थानों पर चोरी हुई वो पीडि़त अपने गहने पहचान सके।