इंदौर

जहां हनीमून मनाने गया था इंदौर का कपल… वो कितना सुरक्षित ?

Indore Missing Couple: जाने-माने ट्रैकर अशोक गोलाने की पत्रिका से खास बातचीत...। कई बार शिलांग के उसी स्थान पर ग्रुप को ले जाने वाले गोलाने ने बताया कैसी है वहां की स्थिति...।

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Jun 04, 2025
Raja Raghuvanshi's last call to his mother (फोटो सोर्स: पत्रिका)

Indore Missing Couple: मेघालय के शिलांग में हनीमून मनाने गए इंदौर के राजा रघुवंशी का शव बुधवार को इंदौर पहुंच गया। शिलांग में 200 फीट गहरी खाई में राजा खा शव मिला था। वहीं उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी का अब तक कोई पता नहीं चल सका है। सर्चिंग टीम सोनम की तलाश कर रही है। यह दोनों शादी के चंद दिनों बाद ही मेघालय घूमने गए थे। जिस स्थान पर कपल के साथ यह घटना हुई है, यह स्थान कितना सुरक्षित है और वहां क्या सावधानियां रखना चाहिए और वहां की भौगोलिक स्थिति कैसी है, इसके बारे में बता रहे हैं, इंदौर के जाने माने ट्रेवलर एंड ट्रैकर अशोक गोलाने

पर्यटकों और ट्रैकर्स को कई बार शिलांग ले जा चुके एमपी यूथ होस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक गोलाने ने पत्रिका को वहां की स्थिति के बारे में बताया। गोलाने ने बताया कि ऐसे स्थानों पर ट्रैकिंग को हल्के में नहीं लेना चाहिए, बल्कि ये एक गंभीर विषय है।

अकेले जाना सुरक्षित नहीं

ट्रैकर अशोक गोलाने की पत्रिका से खास बातचीत (फोटो सोर्स: अशोक गोलाने फेसबुक पेज)

अशोक गोलाने ने बताया कि शिलांग में जहां पर्यटक ट्रैकिंग पर जाते हैं वहां पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। उस इलाके में घने जंगल और 200 फीट से भी ज्यादा गहरी खाई है। बारिश के समय इन इलाकों में अकेले जाना किसी भी हाल में सुरक्षित नहीं। ऐसे मौसम में जमीन की मिट्टी गीली हो जाती है, बादल नीचे आ जाते हैं, जिससे कई बार खाई की गहराई का अहसास नहीं हो पाता और बड़े हादसे हो जाते हैं। खास बात यह है कि बगैर गाइड के आप अनजान रास्तों पर भटक सकते हैं और किसी लूटपाट के शिकार हो सकते हैं। शायद इंदौर के राजा और सोनम भी ऐसी ही किसी स्थिति का शिकार हुए हों।

एक बात और भी है जिसका अंदेशा हम लोगों को भी रहता है कि वहां पर कुछ बाहरी लोग रहने लगे हैं। जिनसे किसी अपराध की आशंका बनी रहती है। वहां पर रहने वाली खासी जाति के लोग बेहद मददगार और सीधे-साधे होते हैं, लेकिन उनकी आड़ में कोई बाहरी लोग पर्यटकों के साथ लूटपाट कर सकते हैं। इसलिए हम शिलांग प्रशासन के सहयोग से और पूरे सुरक्षा इंतजाम के साथ लोकल गाइड के साथ ही जाते हैं। क्योंकि घने जंगल और पहाड़ों पर रास्ते भूल-भुलैया वाले होते हैं।

एडवेंचर की चाह में होते हैं हादसे

अशोक गोलाने बताते हैं कि कई बार पर्यटक एडवेंचर या एकांत की तलाश में सूनसान इलाकों में चले जाते हैं। कभी-कभी उनकी यही गलती बड़ी दुर्घटना की वजह बनती है। इसके अलावा सेल्फी के शौकीन पर्यटक बेस्ट सेल्फी स्पॉट ढूंढ़ते हुए अपने लोगों से बिछड़ जाते हैं और हादसे का शिकार हो जाते हैं। ऐसी जगहों पर लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।

ट्रैकिंग पर जाने से पहले इन बातों का रखें ध्यान

  • अकेले ट्रैकिंग पर जाने से बचें।
  • सेल्फी लेने के लिए खाई, पहाड़ और झरनों के किनारे न जाएं।
  • आभूषण और मंहगे सामान के साथ पर्यटन स्थलों पर न जाएं।
  • बारिश के मौसम में ट्रैकिंग करना खतरनाक हो सकता है।
  • अनजान लोगों पर जल्दी भरोसा न करें, संदेह होने पर अपने करीबियों को जानकारी दें।
  • ट्रैकिंग करते समय हमेशा टूर गाइड का सहारा लें।
Updated on:
08 Jun 2025 11:00 am
Published on:
04 Jun 2025 04:32 pm
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