Digital Arrest : डिजिटल अरेस्ट वारदात को इंश्योरेंस एडवाइजर ने किया नाकाम....होटल में डिजिटल अरेस्ट के दौरान पत्नी की मदद से साइबर एक्सपर्ट से जुड़ा ...।
Digital Arrest : यदि आपको डिजिटल अरेस्ट(Digital Arrest) की वारदात को नाकाम करना है तो साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता होने के साथ हर समय अलर्ट रहना होगा। पत्रिका लगातार अपने पाठकों को डिजिटल अरेस्ट अपराध के बदल रहे पैटर्न से आगाह करता रहा है ताकि समय रहते लोग साइबर क्रिमिनल की चाल को समझ खुद को बचा सके। शनिवार को एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें इंश्योरेंस एडवाइजर डिजिटल अरेस्ट(Digital Arrest) का शिकार होते बच गया।
बता दें कि पहले तो उन्हें ठगों ने फर्जी अधिकारी बन विभिन्न कार्रवाई का डर दिखाया। कई घंटे वे फर्जी अधिकारी की प्रताडऩा झेलते रहे। बाद में उन्होंने बड़ी सूझबूझ से पत्नी और साइबर एक्सपर्ट की मदद से वारदात को नाकाम कर दिया।
शनिवार सुबह करीब 9.30 बजे प्लस 87 नंबर से कॉल आया और कहा कि हम ट्राई से बात कर रहे हैं आपके सारे नंबर जल्द ब्लॉक होने वाले हैं। यदि कस्टमर सर्विस से बात करना है तो जीरो दबाएं। बात करने वाली महिला ने बताया कि आपके आधार कार्ड से जो सिम रजिस्टर है वह संदिग्ध पाई गई है। मुंबई क्राइम ब्रांच इस पर नजर रख रही है, जल्द इन नंबर को ब्लॉक करेंगे। कुछ समझ पाता, इतने में उनका कॉल मुंबई क्राइम ब्रांच में ट्रांसफर करने की बात कही गई।
फर्जी पुलिस अधिकारी बात करने लगा। वाट्सऐप वीडियो कॉल उठाने की बात कही। बड़ी सभ्यता से अधिकारी बताने लगा कि आपके मोबाइल नंबर की शिकायत आई है। आपके नाम रिपोर्ट दर्ज हुई है तत्काल आपको मुंबई आना पड़ेगा।
फर्जी अधिकारी से पूछा कि वहां न आने के लिए क्या करना होगा। जवाब मिला कि यदि आप नहीं आओगे तो वहां आकर अरेस्ट करेंगे। इस बीच ठगों ने ट्राई का नोटिस, सीबीआइ लेटर, आरबीआइ लेटर पीडीएफ वाट्सऐप पर भेज दी। सभी पर सील साइन लगी थी। ठग कार्रवाई का डर दिखाने लगे कि तत्काल किसी होटल के कमरे में जाओ और वहां से बात करो। सुनते ही राऊ स्थित होटल पहुंचा। दोस्त की मदद से कमरा लिया और ठगों के बताए अनुसार अरेस्ट(Digital Arrest) हो गया।
होटल के कमरे में फर्जी अधिकारी ने वीडियो कॉल पर जोड़े रखा। दोपहर करीब 2.30 बजे तक फर्जी अधिकारी ने बैंक में जमा राशि व अन्य जानकारियां ली। फिर ठग कहने लगा कि आपकी किसी महिला से दोस्ती रही है। यह सुनते ही मैंने इनकार कर दिया। इस सवाल से संदेह पैदा हुआ। तत्काल पत्नी को मोबाइल से मैसेज किया और कहा कि साइबर एक्सपर्ट गौरव रावल को बताओ कि मुझे डिजिटल अरेस्ट(Digital Arrest) किया है, ठगों ने जो पीडीएफ फाइल भेजी, वे भेजने को कहा। साइबर एक्सपर्ट ने फिर मुझे कॉल किया कि फोन काटकर होटल से निकलो, यह फ्रॉड कॉल है।