मशीन भी आकर रखी हैं, लेकिन उन्हें स्टॉल करने के लिए अब तक टेबल नहीं आए हैं। लैब संचालन के लिए स्टाफ की नियुक्ति भी नहीं हुई है।
जबलपुर . शहर के डुमना में फूड व ड्रग विभाग की लैब का भवन बनकर तैयार हुए एक साल से ज्यादा समय हो गया है। मशीन भी आकर रखी हैं, लेकिन उन्हें स्टॉल करने के लिए अब तक टेबल नहीं आए हैं। लैब संचालन के लिए स्टाफ की नियुक्ति भी नहीं हुई है। खाद्य सामग्री व औषधियों की जांच के लिए मशीनों से लेकर उपकरण संचालन के लिए विशेषज्ञों व तकनीकी टीम का इंतजार किया जा रहा है। खाद्य सुरक्षा विभाग के प्रोजेक्ट प्रभारी बी सिलावट के अनुसार लैब में मशीन व उपकरण रखे हैं, लेकिन उन्हें स्टॉल करने के लिए टेबल नहीं आई है। फूड लैब व ड्रग लैब दोनों के लिए टेबल आना है। इसके लिए प्रक्रिया चल रही है। लैब के लिए फिलहाल स्टाफ की नियुक्ति नहीं हो सकी है। चुनाव के बाद नियुक्ति प्रक्रिया होगी।
यह है स्थिति
100 सैम्पल जांच के लिए हर माह भेजे जाते हैं भोपाल
1 महीने में आती है रिपोर्ट
14 दिन में मिल सकेगी रिपोर्ट
लैब का निर्माण
3.5 करोड़ की लागत से निर्माण
2019 में शुरू हुआ था कार्य
70 के लगभग मशीन आई
एक माह का समय
खाद्य सामग्री से लेकर औषधियों की जांच के लिए सैम्पल खाद्य सुरक्षा विभाग की भोपाल स्थित लैब भेजे जाते हैं। यहां से जांच रिपोर्ट आने में एक महीने का समय लग जाता है। प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों के अनुसार अगर यहां बनी लैब का संचालन शुरू हो जाए तो जांच रिपोर्ट मिलने में पंद्रह दिन से भी कम समय लगेगा। यानी अभी के मुकाबले आधे समय में ही जांच रिपोर्ट मिल जाएगी। ऐसे में मिलावट के मामलों में प्रकरण जल्दी कायम हो सकेंगे और उनके विरुद्ध कार्रवाई भी हो सकेगी।