मौसम विभाग की मानें, तो आने वाले दो दिनों तक मौसम ऐसा ही रहेगा। कहीं-कहीं शीतलहर की स्थिति बन सकती है।
winter health update : शहर सहित सम्भाग के जिलों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। गुरुवार को जबलपुर में रात का न्यूनतम पारा 5.6 डिग्री दर्ज हुआ। ब$र्फीली हवा के चलते गलन महसूस हुई। मौसम विभाग की मानें, तो आने वाले दो दिनों तक मौसम ऐसा ही रहेगा। कहीं-कहीं शीतलहर की स्थिति बन सकती है। 12 जनवरी से एक बार फिर मौसम का रुख बदलेगा और बादल, बारिश की स्थिति बन सकती है।
गुरुवार को बर्फीली उत्तरी हवा के चलते रात के न्यूनतम तापमान में गिरावट हुई। बुधवार को न्यूनतम तापमान सात डिग्री था। यह गुरुवार को 5.6 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से पांच डिग्री कम था। दिन में धूप के चलते अधिकतम तापमान 21.2 डिग्री से बढकऱ 23.4 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से एक डिग्री कम था।
मौसम विभाग के अनुसार उत्तरी मैदानों से ठंडी हवा जबलपुर सम्भाग में चल रही है। विंध्य और सतपुड़ा पर्वत श्रृंखलाएं ठंड और बढ़ा रही हैं। इसके कारण सम्भाग के कई हिस्सों में शीत लहर की स्थिति बनी हुई है। राजस्थान पर पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से एक चिह्नित चक्रवातीय परिसंचरण बन रहा है। यह 11 जनवरी को पश्चिम और मध्य भारत के हिस्सों में शिफ्ट हो जाएगा। इसके चलते उत्तर से चलने वाली ठंडी हवा रुक जाएगी। इस बदलाव से शीत लहर की स्थिति कम हो सकती है।
कड़ाके की ठंड सितम ढा रही है। ब्लड गाढ़ा होने व अन्य बीमारियों के कारण हार्ट अटैक व ब्रेन स्ट्रोक के मामले बढ़ गए हैं। मेडिकल व निजी अस्पतालों में प्रतिदिन ये मरीज पहुंच रहे हैं। हार्ट अटैक के मामलों में विशेषज्ञ चिकित्सक मरीज को इमरजेंसी दवाइंयां देकर सम्भालने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं, ब्रेन स्ट्रोक के मामले में दिमाग की नस से ब्लीङ्क्षडग होने पर कई केसेस में विशेषज्ञ सर्जरी कर मरीज की जान बचा ले रहे हैं।