Bastar Bandh 2024: एक बार फिर बस्तक की सड़कों पर सन्नाटा पसरेगा। सारी दुकानें बंद रहेंगी। सिर्फ चलेगा तो बस विरोध प्रदर्शन। जानिए इसके पीछे की खास वजह..
Bastar Bandh 2024: सर्व आदिवासी समाज के द्वारा 21 अगस्त बुधवार को बस्तर बंद (Bastar Bandh 2024) को लेकर गांव-गांव में बैठक की जा रही है। समाज का कहना है कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति यानी एससी-एसटी में उपवर्ग बनाने का अधिकार राज्यों को देने के कोर्ट के इस फैसले बस्तर के समस्त मूल निवासी समाज विरोध में है।
सर्व आदिवासी समाज युवा प्रभाग अध्यक्ष संतु मौर्य बताया कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आरक्षण में क्रीमीलेयर और कोटा लागू करने के फैसले के खिलाफ के विरोध में भारत बंद को समर्थन देते हुए बस्तर बंद (Bastar Bandh 2024) का आह्वान किया गया है।
सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक पूरा बस्तर जिला (Bastar Bandh 2024) बंद रहेगा। इसके लिए एक समिति गठित की गई। 21 अगस्त को बस्तर जिले के सभी व्यवसायिक संस्थान, परिवहन सेवाएं, स्कूल, कॉलेज बंद रहेंगे। इस दिन जगदलपुर शहर में फैसले के विरोध में रैली निकालकर आक्रोश व्यक्त किया जाएगा।
Bastar Bandh 2024: बस्तर जिले में घाटकवाली, मुण्डापाल, चोकर, कवि आसना, करमरी, मरलेगा, टिकरालोहगा, बड़े चकवा, नदी सागर, बोडऩपाल, डोंगरीगुड़ा, गुमलवाडा, पखनार, जगदलपुर, बुरुगपाल, छिंदबहर, रानसरगीपाल, बस्तानार, छापर भानपुरी, मगलूकचौरा, जगदलपुर, नैननार, कामदेव कुरुषपाल, करेकोट, तोकापाल, जैबैल, संघ करमारी, जमावाड़ा, कालागुड़ा, आमागुड़ा, तिरिया, बीजापुर, केशलूर, कलेपाल, बारुपाटा, नेतानार, पुलछा, कावापाल, तोलावड़ा समेत अन्य जगहों में बैठक की जाएगी।