CG Driving License: परिवहन विभाग 5 एकड़ भूमि में ऑनलाइन डिजिटल ट्रैक बना रहा है, जिसके लिए टेंडर भी जारी कर दिया गया है। डिजिटल ट्रैक निजी हाथों में जानें से अब लाइसेंस लेने के लिए फीस देना होगा।
CG Driving License: ड्राइविंग लाइसेंस के लिये सरकार की नई गाइड लाइन के तहत अब सेंसर आधारित ड्राइविंग टेस्ट देना होगा। इसके लिए बस्तर जिले में शहर से लगे सरगीपाल में 5 एकड़ भूमि चयनित किया गया है। परिवहन विभाग इस भूमि पर डिजिटल ड्राइविंग टेस्ट ट्रेक बनाने जा रही है।
अब यह टेस्ट ट्रैक निजी हाथों में देने की तैयारी कर दी गई है जिसके लिए बाकायदा टेंडर जारी किया जा चुका है। इसके बाद आने वाले दिनों में यह ट्रैक में निजी कंपनी द्वारा संचालित किया जायेगा।
गौरतलब है कि ड्राइविंग लाइसेंस में आये दिन अनियमितता की शिकायत व अयोग्य लोगों को भी लाइसेंस मिलने की शिकायत लगातर मिल रही थी। इन पर रोक लगाने व इस प्रक्रिया में पूरी तरह पारदर्शिता लाने के लिये आवेदकों को अब कंप्यूटराइज्ड ड्राइविंग (CG Driving License) टेस्ट पास करना होगा।
CG Driving License: परिवहन मंत्रालय की इस कदम से आने वाले दिनों में सड़कों पर योग्य वाहन चालक ही नजर आएंगे। इससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी आने के दावे किये जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ परिवहन विभाग इस पूरे प्रक्रिया की जानकारी अपनी बेबसाईट सारथी में दे चुकी है।
बताया जा रहा है कि आटोमेटिक कंप्यूटराइज्ड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक के निर्माण के बाद सिर्फ वही वाहनधारी ही परीक्षा पास कर पाएंगे। इस टेस्ट में (CG Driving License) पार्किंग करने के तरीके भी सिखाये जाएंगे जिससे सड़कों में वाहन व्यवस्थित तरीके से पार्क किया जा सके।
ड्राइविंग लाइसेंस एवं पंजीयन प्रमाणपत्र की प्रिंटिंग का कार्य केंद्रीकृत कार्ड प्रिंटिंग एवं डिस्पैच यूनिट पंडरी रायपुर में किया जाएगा। इसे छत्तीसगढ़ सरकार की संकल्पित योजना के अंतर्गत भारतीय डाक के माध्यम से आवदेकों के घर पर प्रेषित किया जाएगा। यहां पढ़ें पूरी खबर...
यहां लाइसेंस पंजीयन के लिए हर दिन 100 से ज्यादा लोग आते हैं, जिनसे 288 रुपए अधिक लिया जाता है। इतना ही नहीं 2 और 4 पहिया वाहन का लाइसेंस के लिए 500 रुपए लिया जाता है जबकि सरकारी फीस 362 रुपए है। यहां पढ़ें पूरी खबर