Cyber Fraud: एटीएम कार्ड लेप्स हो रहा है कहकर आरोपी ने नवीनीकरण कराने के नाम पर फोन किया और वीडियो कॉल कर लिंक भेजा। लिंक ओपन करते ही मोबाइल हैक कर अकाउंट साफ कर दिया।
Cyber Fraud: ऑनलाईन ठगी से बचने साइबर पुलिस की लगातार जागरूकता अभियान चलाए जाने के बावजूद ठगी की घटनाएं रूकने का नाम ही नहीं ले रही है। साइबर अपराधियों द्वारा नए नए तरीके से लोगों को ठगने का सिलसिला जारी है। गुरूवार को एक युवक ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गया, जिसमें अज्ञात आरोपियों ने युवक के बैंक खाते से 2.50 लाख रुपए उड़ा दिए।
बैंक से रुपए आहारण की मैसेज मिलने के तत्काल बाद युवक ने बैंक अकाउंट को बंद कराया और अपने बाकी रकम गायब होने से बचा लिया। मामले की शिकायत युवक द्वारा पुलिस में किए जाने के बाद पुलिस टीम ऑनलाइन ठगी के आरोपियों की तलाश कर रही है।
बस्तर, साइबर सेल, डीएसपी गीतिका साहू सोशल मीडिया एक्सपर्ट के मुताबिक किसी भी प्रकार की अनजान लिंक को कभी भी ओपन नहीं करना चाहिए। कोई भी लिंक सबसे पहले आपके फोन गैलरी और फोन बुक को स्कैन कर लेता है। इसके बाद आपके फोन पर मिले बैंक डिटेल के आधार पर फर्जी लिंक भेजकर ठगी करते हैं। इस तरह के कोई भी मैसेज अथवा कॉल आने पर तुरंत संबंधित साइबर सेल को बताएं।
Cyber Fraud: ठगी के शिकार युवक राहूल झा के मुताबिक उनका एक्सिस बैंक में एकाउन्ट है। जहां पर उनका क्रेडिट कार्ड की अवधि समाप्त होने वाली थी। उक्त कार्ड की रिनीवल कराने के नाम पर बैंक अधिकारी बन कर उनके फोन में कॉल आने पर वह उनके बातों में आ गया।
वह उनको सही समझ कर उनके द्वारा भेजे गए लिंक को ओपन किया। लिंक ओपन करने के कुछ देर बार उनके बैंक अकाउंट से पहले 10 रुपए आहरण किया गया। इसके बाद 50 हजार और फिर 2 लाख रुपए की राशि निकाल लिए गए।
अज्ञात नंबर से आने वाली कॉल अथवा वीडियो काल को रिसीव न करें। पहले वेरिफाई जरूर करें।
अनजान नंबर से वीडियो काल रिसीव करने पर मोबाइल का फ्रंट कैमरा आन न करें।
किसी भी अजनबी को अपने बैंक एकाउन्ट अथवा उसके संबंध में कोई जानकारी ना दें। अपना पता, मोबाइल नंबर सहित बैंक डिटेल्स साझा ना करें।
किसी भी सोशल मीडिया में भेजे गए लिंक आवश्यकता होने पर जांच परख कर ही ओपन करें।
सोशल मीडिया अकाउंट फेसबुक, इंस्टाग्राम सहित अन्य में किसी अनजान फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट न करें।
गीदम रोड निवासी राहूल झा के मुताबिक वह दो महीने पहले चार पहिया वाहन खरीदने के लिए एक्सिस बैंक से पांच लाख रूपए लोन लिया था। पैसा मिलने के बाद उनके मन माफिक वाहन नहीं मिलने के कारण लोन की राशि बैंक एकाउन्ट में ही जमा था। इस दौरान वह अन्य वाहन की तलाश में जुटा हुआ था और ठगी का शिकार हो गया।