Fog Road Accident: कोहरा, हाई बीम, लेजर और एलईडी लाइट नेशनल हाईवे पर सड़क हादसों की बड़ी वजह बनते जा रहे हैं।
Fog Road Accident: सड़कों पर तेज रोशनी वाली हाई बीम, लेजर और एलईडी लाइटों का बढ़ता उपयोग अब दुर्घटनाओं की बड़ी वजह बनता जा रहा है। खासकर लक्जरी कारों, यात्री बसों और भारी वाहनों में लगी तेज रोशनी सामने से आने वाले वाहन चालकों की आंखों को कुछ पल के लिए अंधा कर देती है, जिससे संतुलन बिगडऩे और हादसों की आशंका कई गुना बढ़ जाती है।
इसका सबसे ज्यादा खामियाजा दोपहिया और छोटे वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। वहीं ठंड के मौसम में घना कोहरा दुर्घटनाओं के खतरे को और बढ़ा रहा है। दृश्यता कम होने के बावजूद कई चालक तेज गति और हाई बीम लाइट का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो जानलेवा साबित हो रहा है।
बीते दिनों 42 तीर्थयात्रियों को तिरूपति और रामेश्वरम ले जा रही एक यात्री बस सुबह के समय घने कोहरे में अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई। इस हादसे में एक यात्री की मौत हो गई, जबकि छह यात्री घायल हुए। हालांकि बस में सवार अन्य यात्रियों की जान बचने से एक बड़ा हादसा टल गया। घटना के बाद बस्तर पुलिस ने वाहन चालकों से विशेष सावधानी बरतने की अपील की है। पुलिस का कहना है कि कोहरे के दौरान तेज रोशनी और अधिक गति दुर्घटनाओं की मुख्य वजह बन रही है।
हाई बीम के बजाय लो बीम लाइट का प्रयोग करें।
वाहन की गति सीमित रखें, विंडशील्ड और शीशे साफ रखें।
आगे चल रहे वाहन से सुरक्षित दूरी बनाए रखें।
ओवरटेकिंग से बचें, सडक़ पर बनी लेन और मार्किंग का पालन करें।
रुके हुए वाहन पर हैजर्ड लाइट का उपयोग करें।
घना कोहरा होने पर, जब आगे कुछ दिखाई न दे, वाहन को सुरक्षित स्थान पर पार्क करें।
Fog Road Accident: थोड़ी सी लापरवाही न सिर्फ चालक बल्कि अन्य सडक़ उपयोगकर्ताओं के लिए भी जानलेवा साबित हो सकती है। ऐसे में वाहन चालक यातायात के नियमों का पालन करें और सुरक्षित यात्रा को प्राथमिकता दें: संतोष जैन, डीएसपी यातायात बस्तर