Parade of planets: आज आसमान में खुली आंखों से एक अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा। बता दें कि 28 फरवरी को सूर्यास्त के 45 मिनट बाद सौर मंडल में होने वाले इस दुर्लभ घटना को देखा जा सकेगा।
Parade of planets: @मनोज साहू/अंतरिक्ष में समय-समय पर कई दुर्लभ खगोलीय घटनाएं देखने को मिलती हैं। अंतरिक्ष में होने वाली घटनाओं में दिलचस्पी रखने वालों के लिए शुक्रवार का दिन बेहद खास होने वाला है। मंगलवार को सौरमंडल में ग्रहों का अलाइनमेंट यानि ग्रहों की परेड होने वाली है।
आज सात ग्रह शनि, बुध, शुक्र, वरुण, बृहस्पति और मंगल, यूरेनस (अरुण) सभी ग्रह एक साथ सीधी रेखा में दिखाई देंगे। खगोल वैज्ञानिकों ने इस घटना को दुर्लभ ग्रह संयोग बताया है जिसे नंगी आंखों से देखा जा सकेगा। ऐसे में यह घटना खगोलीय घटनाओं में रूचि में रखने वालों के लिए अद्भुत घटना होगी।
खगोल वैज्ञानिकों के मुताबिक सौर मंडल में सात ग्रहों का एक रेखा में आना सामान्य घटना नहीं है। आमतौर पर कुछ ग्रह एक समय में सूर्य के चक्कर लगाते हुए एक सीध में आते हैँ, किन्तु अंतरिक्ष में एक साथ सात ग्रहों का एक रेखा में आना बहुत दुर्लभ घटना होगी। इस अद्भुत खगोलीय घटना को प्लैनेटरी अलाइनमेंट अथवा ग्रहों की दुर्लभ परेड कहा जाता है। यह घटना अगले 15 वर्ष तक नहीं दिखेगी।
28 फरवरी को सूर्यास्त के 45 मिनट बाद सौर मंडल में होने वाले इस दुर्लभ घटना को देखा जा सकेगा। सात ग्रहों के एक साथ होने वाले परेड के अद्भुत नजारे को आम जनता रोशनी से दूर खुले आसमान में अपनी आंखों से देख सकेंगे।
इस घटना में बृहस्पति, शुक्र और मंगल और शनि को आसानी से देखा जा सकेगा वहीं बुध, वरूण, अरूण की चमक कम होने व पृथ्वी से दूर होने की वजह से टेलीस्कोप की आवश्यकता पड़ेगी। विशेषज्ञों के मुताबिक पूर्व में मंगल, दक्षिण-पूर्व में बृहस्पति तथा वरूण और शुक्र, शनि, अरुण और पश्चिम में नजर आएंगे।
Parade of planets: 21 जनवरी के बाद से अंतरिक्ष में इस घटनाक्रम के चलते हलचल मची हुई है। इस दौरान आसमान में कई ग्रहों की परेड देखने का मिल रही है। शुरुआत में चार फिर छह ग्रह एक सीध में दिखाई दे रहे थे। शुक्रवार होने वाली घटना में सभी सात ग्रह एक साथ दिखाई देंगे। खगोल वैज्ञानिकों का कहना है कि यह घटना काफी दुर्लभ है। ग्रहों की ऐसी परेड अब वर्ष 2040 में दिखेगी।
एक्सपर्ट व्यू
विश्वास मेश्राम, खगोल विज्ञान के एक्सपर्ट: ग्रहों का इस तरह एक रेखा में आना बहुत ही अद्भुत घटना है। इसे एस्ट्रोनोमिकल इवेंट भी कहा जाता है। ग्रहों की यह घटना कई वर्षों बाद देखने को मिलती है। इस बार की खास बात यह है कि इसे प्रदूषण मुक्त जगह में खुले आसमान में सामान्य आंखों से देखा जा सकता है।