CG Tourist Destinations: बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 2022 में विकसित किया गया कोसारटेडा जलाशय तीन साल बाद भी उपेक्षा का शिकार है।
CG Tourist Destinations: बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वर्ष 2022 में विकसित किए गए कोसारटेडा जलाशय की हालत तीन साल बाद भी जस की तस बनी हुई है। बस्तर ब्लॉक के ग्राम साल्हेमेटा में स्थित जिले के सबसे बड़े बांध कोसारटेडा को पर्यटन स्थल के रूप में पहचान दिलाने की कोशिशें सुविधाओं के अभाव में दम तोड़ती नजर आ रही हैं।
जिला प्रशासन द्वारा यहां नौकायन (बोटिंग) सुविधा शुरू की गई थी और कोसारटेडा पर्यटन समिति का गठन कर स्थानीय युवाओं को रोजगार से जोड़ने की पहल की गई थी। शुरुआत में समिति से 24 युवा जुड़े थे, लेकिन पर्यटकों की लगातार कमी और आय के साधन ठप पड़ने के कारण आज मात्र 4 युवा ही समिति में सक्रिय रह गए हैं। शेष युवाओं को रोजगार की तलाश में यह काम छोड़ना पड़ा।
विशाल जलाशय और प्राकृतिक सौंदर्य के बावजूद यहां बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। जलाशय के किनारे लगी अधिकांश स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हैं, जिससे शाम होते ही पूरा क्षेत्र अंधेरे में डूब जाता है। सुरक्षा की दृष्टि से भी यह स्थिति चिंताजनक है, जिसके चलते पर्यटक यहां रुकने से कतराते हैं।
यहां पेयजल की समुचित व्यवस्था नहीं है और न ही बैठने या छांव के लिए कोई शेड अथवा विश्राम स्थल उपलब्ध है। दूर-दराज से आने वाले सैलानियों को इन असुविधाओं के कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है और वे निराश होकर लौट जाते हैं।
CG Tourist Destinations: स्थानीय लोगों और समिति से जुड़े युवाओं उमेश, बुधमन और रमेश का कहना है कि यदि प्रशासन स्ट्रीट लाइट, पेयजल, शौचालय और छायादार स्थान जैसी बुनियादी सुविधाएं बहाल कर दे, तो न केवल पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी बल्कि स्थानीय युवाओं को फिर से रोजगार मिल सकेगा। पर्यटन विकास के दावों के बीच कोसारटेडा जलाशय की बदहाल स्थिति नीतियों और जमीनी हकीकत के बीच के अंतर को उजागर कर रही है।