राजस्थान के उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा को जेल से धमकी मिलने के बाद सीएम भजनलाल शर्मा ने गृह विभाग की समीक्षा बैठक ली।
राजस्थान के उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा को जेल से धमकी भरा कॉल आने के बाद सरकार प्रदेश की जेलों में सुरक्षा को लेकर गंभीर हो गई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गुरुवार को गृह विभाग की समीक्षा बैठक में प्रदेश की सभी जेलों में सर्च अभियान चलाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जेल परिसर में मोबाइल फोन के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया जाए। सभी जेलों में नियमित तलाशी अभियान चलाया जाए। प्रदेश की जिन जेलों का स्थान परिवर्तन किया जाना है, उनके लिए शीघ्र कार्ययोजना बनाई जाए। जेल परिसर में जैमर लगाए जाएं। अपराधी की पेशी वीसी के माध्यम से कराई जाए।
इस मामले में लालकोठी थाना पुलिस ने जेल से चार बंदियों को गिरफ्तार किया। इनमें शाहनिल शर्मा, वसीम खान, मनीष परिहार, और विक्रम सिंह शामिल हैं। दो अन्य आरोपियों, जुनैद और मो. अशरफ को भी गिरफ्तार किया गया, जिन्होंने जेल के बाहर मोबाइल सिम पहुंचाई थी।
पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि शाहनिल शर्मा जेल में बंद अन्य बंदियों से प्रति मिनट 100 रुपए लेकर उन्हें मोबाइल पर बात कराता था। धमकी देने वाले ने 3 लाख रुपए का कर्जा चुकाने के लिए जेल बदलने की मांग की थी। हत्या के आरोप में जेल में बंद विक्रम सिंह ने कंट्रोल रूम में फोन किया था। पुलिस तस्दीक कर रही है कि जेल के बाहर से अंदर तक सिम व मोबाइल किसने पहुंचाया।
यह भी पढ़ें : डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा को जान से मारने की धमकी
डीसीपी (ईस्ट) तेजस्वनी गौतम ने बताया कि बुधवार देर शाम 7.16 बजे पुलिस कंट्रोल रूम में फोन आने के बाद जेल से फोन आने की तस्दीक हुई। इसके बाद 9 अधिकारियों ने 100 पुलिसकर्मियों संग जेल में सर्च ऑपरेशन चलाया। वहीं जेल व उसके बाहर 15 स्थानों पर दबिश दी गई। पड़ताल में सामने आया कि सिम जुनैद के नाम से है। झोटवाड़ा में जुनैद व उसके साथी मो. अशरफ को पकड़ा। पूछताछ में उन्होंने बताया कि मोबाइल सिम जेल में बंद शाहनिल शर्मा को उपलब्ध करवाई थी।