जयपुर

एयरलाइंस पर साइबर अटैक का खतरा, अब तक 800 फ्लाइट्स प्रभावित, एक्सपर्ट बोले- जीपीएस स्पूफिंग को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा

पिछले कुछ समय से देशभर में एयरलाइन को साइबर अटैक का सामना करना पड़ा है।

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Dec 06, 2025

जयपुर। पिछले कुछ समय से देशभर में एयरलाइन को साइबर अटैक का सामना करना पड़ा है। इसे लेकर साइबर एक्सपर्ट अंकुर चंद्रकांत ने नया खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ समय से दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे बड़े हवाई अड्डों के पास उड़ानों को जीपीएस स्पूफिंग का सामना करना पड़ा है। एविएशन मिनिस्टर राम मोहन नायडू ने राज्यसभा में स्वीकार किया था कि लगभग 800 उड़ानें इससे प्रभावित हुई।

सरकार द्वारा उड़ानों पर प्रभाव की आधिकारिक पुष्टि के बाद जयपुर पहुंचे अंकुर चंद्रकांत ने बताया कि जीपीएस स्पूफिंग को हल्के में नहीं बल्कि गंभीरता से लेना चाहिए। क्योंकि जीपीएस स्पूफिंग का मतलब है विमान को नकली जीपीएस सिग्नल भेजना। ताकि पायलट को गलत लोकेशन दिखाई दे। यह जमीन पर तो खतरनाक है ही, लेकिन आसमान में यह किसी बड़े हादसे का कारण बन सकता है।

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चंद्रकांत ने बताया कि बड़ा बिजनेसमैन, पॉलिटिशियन, साइंटिस्ट सहित तमाम हस्तियां एयर ट्रैवल करती हैं। ऐसे में हमलावर इसे हथियार बना सकते हैं। देश के लाखों लोगों की सुरक्षा पर खतरा मंडरा सकता है। यह केवल तकनीकी समस्या नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला बन सकता है।

उन्होंने कहा कि राहत की बात यह है कि हवाई अड्डों पर अभी भी पुराने और भरोसेमंद नेविगेशन सिस्टम वीओआर, डीएमई शुरू हैं। इन्हीं बैकअप सिस्टम की वजह से किसी उड़ान के संचालन पर सीधा असर नहीं पड़ा है। यह बैकअप व्यवस्था ही वह दीवार साबित हुई, जिसने किसी बड़े हादसे को होने से रोक लिया। लेकिन भविष्य में यह खतरा और भी बढ़ सकता है। जिसके लिए हमें अपडेट होने की बेहद जरूरत है।

अंकुर ने बताया कि सरकार और साइबर सुरक्षा एजेंसियों को मिलकर एंटी स्पूफिंग और एंटी जैमर तकनीकों पर तुरंत काम करना होगा। जीपीएस स्पूफिंग अब केवल तकनीकी शब्द नहीं रह गया है। बल्कि, यह भारत की हवाई सुरक्षा के सामने खड़ी एक गंभीर चुनौती है। जिसे सही समय पर पहचानकर उससे निपटने की तैयारी करनी होगी।

बता दें कि अंकुर ने ही सबसे पहले इस खतरे को पहचान इसके नुकसान की जानकारी दी थी। देहरादून में रहने वाले अंकुर पिछले करीब 15 सालों से साइबर सुरक्षा, फोरेंसिक जांच और जागरूकता के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। अंकुर द बेटर प्लैनेट सोसाइटी के संस्थापक हैं, जो साइबर अपराध रोकथाम, महिलाओं की सुरक्षा और डिजिटल जागरूकता पर काम करती है।

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Published on:
06 Dec 2025 09:43 pm
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