Ajmer Sharif Dargah Dispute : अजमेर शरीफ दरगाह विवाद बड़ा रुप लेता जा रहा है। कांग्रेस के रुख से नाराज होकर भाजपा सांसद एवं प्रदेश महासचिव दामोदर अग्रवाल ने कांग्रेस को दी बड़ी सलाह।
Ajmer Sharif Dargah Dispute : अजमेर शरीफ दरगाह विवाद पर अजमेर में कोर्ट याचिका को स्वीकार कर लिया है। इसके बाद तो राजस्थान ही नहीं पूरे देश से इस विवाद पर रोज नए-नए डायलॉग आ रहे हैं। कांग्रेस के साथ कई मुस्लिम नेता भी भाजपा पर निशाना साध रही है। जिससे माहौल गरम हो गया है। अजमेर शरीफ दरगाह विवाद और कांग्रेस को लेकर भाजपा सांसद एवं प्रदेश महासचिव दामोदर अग्रवाल ने कहा, ये एक ऐतिहासिक तथ्य है कि कुछ मुगल शासकों ने हिन्दुस्तान के तमाम मंदिरों को तोड़ा है। तथ्य सब को मालूम हैं कि कई मुस्लिम धर्मस्थानों के मलबे में हिंदू चिन्ह है और हिन्दू मंदिरों के सुबूत हैं।
दामोदर अग्रवाल ने आगे कहा कि मैं वर्ष 1984 की बात याद दिला रहा हूं, जब हिन्दू समाज की सर्वपंचायत ने कहा था कि हमें सिर्फ तीन स्थान दे दो, काशी विश्वनाथ, कृष्ण जन्मस्थान और रामजी का जन्म स्थान। तो हम बाकी के स्थानों पर अपना दावा वापस ले सकते हैं। ऐसा कुछ धर्माचार्यों में सन 1984 में कहा था।
दामोदर अग्रवाल ने कहा कि ऐतिहासिक तथ्यों को तो झुठलाया नहीं जा सकता है। पर सब स्थानों पर इस प्रकार की बात खड़ी करना कहां तक उचित है। इस पर भी हमें व्यापक दृष्टिकोण से सोचना पड़ेगा। तथ्य तो सबको मालूम है लेकिन खासतौर से कांग्रेस ने अपने आप को मुस्लिम समाज का प्रवक्ता या रक्षक मानना शुरू कर दिया है।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए दामोदर अग्रवाल ने कहा कि फिर अगर ऐसा है तो कांग्रेस अपना नाम मुस्लिम लीग कर ले। जहां-जहां बहुसंख्यक समाज की भावनाएं आहत होती हैं, वो काम कांग्रेस जरूर करती है। अजमेर का मामला न्यायाधीन है लेकिन इतिहास को झुठलाया भी नहीं जा सकता।
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने अजमेर शरीफ दरगाह के भीतर शिव मंदिर का दावा करने वाले मुकदमे पर कहा, यह विवाद अभी कोर्ट में है। सर्वे के विषय में कोर्ट तय करेगी। कोर्ट का जो भी फैसला होगा, उसका सभी को पालन करना चाहिए। मेरा सभी से अनुरोध है कि इस पर राजनीति न करें, कोर्ट को फैसला करने दें।