राजस्थान में अगले तीन दिन प्रदेश के दक्षिण पूर्वी जिलों में फिर अतिभारी बारिश की आशंका को लेकर मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं प्रदेश से सितंबर में मानसून विदाई से पहले कुछ इलाकों में मेहरबान रहने वाला है।
Very Rain Alert in Rajasthan: राजस्थान में दक्षिण पश्चिमी मानसून इस बार जमकर मेहरबान हो रहा है। दूसरे फेज में अतिवर्षा होने से प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए वहीं अगले तीन दिन प्रदेश के दक्षिण पूर्वी जिलों में फिर अतिभारी बारिश की आशंका को लेकर मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं प्रदेश से सितंबर में मानसून विदाई से पहले कुछ इलाकों में मेहरबान रहने वाला है। मौसम विज्ञानियों ने सितंबर में स्थानीय मौसम तंत्र और पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता रहने पर कई इलाकों में सितंबर में भी बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है।
मौसम विज्ञानियों की मानें तो हर साल प्रदेश से होकर मानसूनी मेघ अगस्त माह में हिमालय तराई क्षेत्र की ओर खिसक जाते हैं। तराई क्षेत्र से लौटते वक्त मेघ प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश करते हैं। लेकिन इस साल बीते 30 साल में पहली बार मानसूनी मेघ हिमालय तराई क्षेत्र से लौटकर प्रदेश में जमकर मेहरबान हुए हैं। मानसून ट्रफलाइन मध्यप्रदेश और राजस्थान सीमा पर होने के कारण प्रदेश के दक्षिण पूर्वी इलाकों में हुई मूसलाधार बारिश से कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात भी बने हैं।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार हवा में सापेक्षित आर्द्रता बढ़ने और लोकल सिस्टम सपोर्ट मिलने से कई शहरों में मानसून के दौरान बारिश होती है। सापेक्षित आर्द्रता में बढ़ोतरी 7, 14 और 21 दिन के पैटर्न पर आधारित है। जयपुर शहर में बीते अगस्त के पहले सप्ताह में झमाझम बारिश का दौर रहा वहीं इसके बाद 19-20 अगस्त के आसपास फिर से तेज बारिश का दौर चला।
राजस्थान के उदयपुर, सिरोही और जालोर जिले में आज से 28 अगस्त तक अतिभारी बारिश की आशंका को लेकर मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अलवर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, झुंझुनूं,राजसमंद, बाड़मेर,चूरू और पाली जिले में कहीं कहीं भारी बारिश की संभावना के चलते यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार मंगलवार को मानसून ट्रफलाइन बीकानेर, जयपुर, आगरा, प्रयागराज होते हुए बंगाल की खाड़ी के उत्तर पूर्व तक स्थित है। जिसके असर से प्रदेश में आगामी तीन दिन भारी से अतिभारी बारिश होने की संभावना है।
इस बार मानसून में प्रदेश के 19 जिलों में बारिश का आकंड़ा असामान्य वर्षा यानि सामान्य से 60 फीसदी अधिक रहा। वहीं 14 जिलों में सामान्य से अधिक और 8 जिलों में वर्षापात सामान्य रहा है। हालांकि आगामी दिनों में प्रदेश में मानसून सक्रिय रहने और कुछ स्थानों पर भारी से अतिभारी बारिश होने की चेतावनी मौसम विभाग ने दी है। जिससे जिलों में वर्षापात के आकंड़े बदलने की संभावना है।