
दौसा में बारिश। फोटो: पत्रिका
दौसा। राजस्थान के दौसा जिले में शुक्रवार को रिमझिम व मध्यम गति की बरसात का दौर जारी रहा। वहीं, जिले रामगढ़ पचवारा में मूसलाधार बारिश हुई। बारिश से लोगों को उमसभरी गर्मी से राहत मिली तथा सूख रही फसलों को भी जीवनदान मिला है। अच्छी बात ये है कि दौसा जिले में लगातार दूसरे साल भी औसत बारिश का आंकड़ा पार हो गया है।
इस बार मानसून में जिले की औसत वर्षा 664.92 एमएम तय की गई थी। यह आंकड़ा शुक्रवार दोपहर हुई बारिश से 100 प्रतिशत से अधिक हो गया। गत वर्ष 12 अगस्त को शत प्रतिशत बारिश का कोटा पूरा हुआ है। इससे पूर्व वर्ष 2019 में यह आंकड़ा पार हुआ था।
दौसा जिले में बीते दो सप्ताह से बारिश नहीं होने के कारण कई क्षेत्रों में खेतों में नमी के अभाव में बाजरा सहित खरीफ की फसल सूखने लगी थी। दो दिन से संपूर्ण जिले में शुरू हुए बारिश के दौर के बाद सूखती खरीफ फसल को जीवनदान मिला है। इससे पूर्व बाजरा और मूंगफली की फसलों में सफेद लट लगने से करीब 40 फीसदी से भी अधिक नुकसान देखने को मिला था। बचाव के लिए कुछ उपखंड क्षेत्रों में किसानों ने सिंचाई भी शुरू कर दी थी, लेकिन अब बारिश से किसानों के चेहरे पर खुशी की लहर है।
जिला मुख्यालय पर शुक्रवार सुबह से ही रुक-रुक कर बारिश का दौर चलता रहा। कई बार बारिश तेज भी आई, इससे सडक़ों पर पानी जमा हो गया। बार-बार मेघ बरसने से राहगीर व दुपहिया चालक भीग गए। जल संसाधन विभाग के अनुसार निर्झरना में 58, महुवा 56 एमएम, दौसा 22, लालसोट 34, बहरावण्डा 25, बैजूपाड़ा 33, बांदीकुई 12, बसवा 36, भांडारेज 18, कुण्डल 21, लवाण 25, मंडावर 30, राहुवास 27, सैंथल 30, सिकराय 5, रेडिया डेम 20, मोरेल डेम 7, सैंथल सागर में 12 एमएम बारिश दर्ज की गई। वहीं मोरेल बांध में पानी की आवक बढऩे से चादर की मोटाई 3 इंच से बढ़कर 6 इंच हो गई।
Published on:
23 Aug 2025 03:19 pm
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