जयपुर

जयपुर हादसे की दर्दनाक कहानी: भतीजे की जगह मुर्दाघर में मिला दोस्त, शव पहचानते ही फूट-फूटकर रो पड़ा परिवार

Dumper Accident: जयपुर के हरमाड़ा हादसे में अनूप और रामशंकर की मौत हो गई। परिवार अस्पताल में शव तलाशते रहे और अंत में अनूप का शव मुर्दाघर में पहचान लिया।

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Nov 05, 2025
फोटो: पत्रिका

Jaipur Accident Story: जयपुर के हरमाड़ा इलाके में हुए दर्दनाक सड़क हादसे के बाद रोड नंबर 17 विश्वकर्मा स्थित प्रेम नगर निवासी सुखपाल ने बताया कि हादसे के बाद से उसका परिचित अनूप कहीं दिखाई नहीं दे रहा था। परिजन और परिचित पूरे दिन उसे तलाशते रहे। अनूप के चाचा और अन्य रिश्तेदारों के साथ सुखपाल सबसे पहले कांवटिया अस्पताल पहुंचे लेकिन वहां अनूप का कोई पता नहीं चला।

अस्पताल प्रशासन ने बताया कि हादसे में घायल कई लोगों को आगे इलाज के लिए सवाई मानसिंह (SMS) अस्पताल भेजा गया है। इसके बाद परिवार वहां पहुंचा और ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू से लेकर वार्ड तक हर जगह तलाश की लेकिन अनूप का कोई अता-पता नहीं मिला।

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मुर्दाघर में दिखी दोस्त की लाश

जब कहीं भी अनूप नहीं मिला तो अस्पताल कर्मियों ने परिजनों को मुर्दाघर में जाकर देखने को कहा। वहां जाकर उन्होंने शवों की पहचान शुरू की। लेकिन अनूप नहीं मिला। उसी दौरान वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने बताया कि एक शव रामशंकर का है। सुखपाल ने पहचान कर बताया कि यह उसका परिचित रामशंकर है लेकिन अनूप अभी भी लापता है।

इसके बाद पुलिस ने कांवटिया अस्पताल के मुर्दाघर में रखे शवों की तस्वीरें मंगवाकर परिवार को दिखाईं। उनमें अनूप का शव भी था। तस्वीर देखते ही परिजन फूट-फूटकर रो पड़े।

गांव तक नि:शुल्क पहुंचेगा शव

अनूप और रामशंकर दोनों उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे और उनके गांव एक-दूसरे के पास हैं। लेकिन हादसे के बाद दोनों शवों को गांव ले जाने के लिए परिवार के पास पैसे नहीं थे। ऐसे में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने सहयोग करते हुए शवों को राजस्थान से यूपी उनके गांव तक नि:शुल्क भिजवाने का आश्वासन दिया। कांवटिया अस्पताल में दोनों का पोस्टमार्टम करवाया गया और शाम तक शवों को गांव के लिए रवाना किया गया।

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Updated on:
05 Nov 2025 04:05 pm
Published on:
05 Nov 2025 01:33 pm
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