राजस्थान मेडिकल के क्षेत्र में एक लम्बी छलांग लगाने की तैयारी में हैं। इसके लिए राज्य सरकार राजस्थान में एम्स की तर्ज पर रिम्स विकसित कर रही है।
जयपुर। राजस्थान मेडिकल के क्षेत्र में एक लम्बी छलांग लगाने की तैयारी में हैं। इसके लिए राज्य सरकार राजस्थान में एम्स की तर्ज पर रिम्स विकसित कर रही है। इसके लिए 750 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी। इसके लिए अब रिम्स के एक्शन प्लान पर काम शुरू हो गया है।
"रिम्स" के रूप में विकसित होगा आरयूएचएस अस्पताल
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय से संबद्ध अस्पताल को एम्स की तर्ज पर राजस्थान इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज "रिम्स" में विकसित किया जाएगा। इसके लिए प्रभावी एक्शन प्लान बनाते हुए जल्द काम शुरू किया जाएगा। यह काम चरणबद्ध रूप से समय सीमा में पूरा किया जाएगा। साथ ही, आरयूएचएस अस्पताल में सुपर स्पेशलिटी सेवाओं के लिए आवश्यक स्टाफ भी जल्द नियोजित किया जाएगा।
खींवसर गुरूवार को आरयूएचएस में आयोजित बैठक में विश्वविद्यालय, रिम्स के विकास एवं अन्य विषयों पर समीक्षा कर रहे थे।
…ताकि एसएमएस से रोगी भार हो सके कम
आमजन को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने, सवाई मानसिंह अस्पताल का रोगी भार कम करने एवं चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने 750 करोड़ रुपए की लागत से आरयूएचएस को रिम्स के रूप में विकसित करने की घोषणा की है।
एक्शन प्लान पर जल्द शुरू करें काम
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि रिम्स के विकास के लिए होने वाले निर्माण कार्यों, जांच एवं उपचार के लिए उपकरणों तथा चिकित्सकों एवं अन्य स्टाफ की आवश्यकताओं का आकलन कर एक एक्शन प्लान तैयार करें। उन्होंने कहा कि रिम्स के रूप में इस संस्थान का विकास होने से न केवल जयपुरवासियों बल्कि प्रदेशभर से आने वाले रोगियों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं सुलभ होंगी।
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