शुक्रवार को की गई पत्रिका की पड़ताल में सामने आया कि जेजेएम से लेकर जयपुर शहर तक इंजीनियर अब फील्ड में रहना नहीं चाहते। सुधीर वर्मा एक महीने से अवकाश पर हैं, वहीं एक अन्य सर्कल में तैनात अधीक्षण अभियंता भी फील्ड छोड़कर जल भवन जाने की तैयारी में हैं।
जयपुर। बीसलपुर प्रोजेक्ट विंग के अधीक्षण अभियंता सुधीर वर्मा एक महीने से अधिक समय से अवकाश पर हैं। ऐसे में विंग का काम पहले से ही दो पद संभाल रहे अधिशासी अभियंता दिनेश शर्मा को अतिरिक्त चार्ज देकर चलाया जा रहा है।
वहीं बुधवार को पृथ्वीराज नगर फेज-प्रथम और द्वितीय की जिम्मेदारी संभाल रहे प्रशांत कुमार को भी एपीओ कर दिया गया। ऐसे में शहर के एक बड़े पेयजल प्रोजेक्ट की गति पर विपरीत असर पड़ने की आशंका है। वहीं जल जीवन मिशन सीई का पद भी ढाई महीने से रिक्त है।
जल जीवन मिशन मुख्य अभियंता का अतिरिक्त प्रभार अतिरिक्त मुख्य अभियंता अजय सिंह राठौड़ के पास था। अब यह पद ढाई महीने से रिक्त है। बिना काम 50 करोड़ के भुगतान की जांच भी ठप पड़ी है और जल कनेक्शन अटके हुए हैं। इस मामले में महज 24 आरोप पत्र ही कार्मिक विभाग को भेजे जा सके हैं। सीई का प्रभार लिंक ऑफिसर और सीई स्पेशल प्रोजेक्ट राजसिंह को सौंपा गया है।
शुक्रवार को की गई पत्रिका की पड़ताल में सामने आया कि जेजेएम से लेकर जयपुर शहर तक इंजीनियर अब फील्ड में रहना नहीं चाहते। सुधीर वर्मा एक महीने से अवकाश पर हैं, वहीं एक अन्य सर्कल में तैनात अधीक्षण अभियंता भी फील्ड छोड़कर जल भवन जाने की तैयारी में हैं। ऐसे हालात में जल जीवन मिशन और शहरी पेयजल परियोजनाओं का काम लगभग ठप हो गया है।