राजस्थान में भाजपा विधायक और संगठन की रार अब सड़क पर आ गई है। स्थानीय संगठन ने अपने ही विधायक और उनकी निजी टीम पर अभद्रता के आरोप लगाए है।
राजधानी जयपुर के सिविल लाइन्स विधानसभा क्षेत्र में भाजपा विधायक और संगठन की रार अब सड़क पर आ गई है। रविवार को विवाद शास्त्री नगर थाने तक पहुंच गया। स्थानीय संगठन ने अपने ही विधायक गोपाल शर्मा और उनकी निजी टीम पर अभद्रता के आरोप लगाए है।
वहीं, भाजपा युवा मोर्चा के बनीपार्क मंडल अध्यक्ष भवानी सिंह धीरावत ने पुलिस पर भी विधायक के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया है। हालांकि, शास्त्री नगर थाना प्रभारी दलबीर सिंह फौजदार का कहना है कि मैंने थाने में किसी को नहीं बुलाया था। लोग क्यों आए? इसकी भी जानकारी मुझे नहीं है।
इस मामले में जब विधायक गोपाल शर्मा का पक्ष लेने की कोशिश की तो उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया। दरअसल, इस विवाद की शुरुआत 19 अप्रेल को मतदान के दौरान हुई थी।
भवानी सिंह धीरावत ने बताया कि मतदान वाले दिन बूथ संख्या 27 पर मैं मौजूद था। कुछ लोग मतदान प्रतिशत की जानकारी लेने आए। हमने पूछा कि आप कौन हैं तो उनके समर्थन में विधायक आ गए। विधायक के निजी स्टाफ ने अभद्रता की । रविवार को थाना प्रभारी ने फोन करके थाने बुलाया और 10 मिनट बाद ही घर पर पुलिसकर्मी भेज दिए । वहीं, वार्ड 34 से भाजपा पार्षद सुभाष व्यास ने बताया कि मामला शांत होने के बाद विधायक ने इस घटना के लिए मुझे ही जिम्मेदार बता दिया।