
राजस्थान में लोकसभा चुनाव के दौरान संगठनात्मक गतिविधियों और पार्टी प्रत्याशियों के प्रचार से दूर रहने वाले कांग्रेस पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं पर गाज गिर सकती है। शिकायतों के बाद प्रदेश कांग्रेस ऐसे निष्क्रिय पदाधिकारियों की छुट्टी करने के मूड में हैं। पार्टी ऐसे पदाधिकारियों को बाहर कर उनकी जगह समर्पित कार्यकर्ताओं को मौका देगी।
बताया जा रहा है कि प्रदेश कांग्रेस ने सभी जिलाध्यक्षों से निष्क्रिय पदाधिकारियों की सूची मांगी है। माना जा रहा है कि दूसरे चरण के मतदान के बाद संगठनात्मक बदलाव होगा। दरअसल पीसीसी मुख्यालय को सभी जिलों से ऐसे पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की शिकायतें भेजी गई थी जो सक्रिय नहीं है। बताया जा रहा है कि जिला इकाइयों ने ऐसे पदाधिकारियों की भी शिकायत पीसीसी को भेजी है, जिन्होंने कुछ स्थानों पर भितरघात किया है।
प्रदेश कांग्रेस ने दूसरे चरण के प्रचार के लिए रणनीति में बदलाव किया है। अब चुनाव प्रचार की कमान मुख्य रूप से प्रदेश के नेता ही संभालेंगे। बताया जा रहा है कि बड़े नेताओं की सभा कराने में भीड़ जुटाने को लेकर कई दिन का समय लगने से प्रचार प्रभावित होता है। यही वजह है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी में से किसी के दौरे तय नहीं हो सके हैं।
चर्चा है कि प्रियंका गांधी एक दिन के दौरे पर जरूर आ सकती है। उनके जोधपुर, बाड़मेर और कोटा में रोड- शो हो सकते हैं। प्रचार की कमान पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने मुख्य रूप से संभाल रखी है। तीनों नेता लगातार दौरे कर रहे हैं। उधर पायलट प्रदेश में दौरे के साथ ही छत्तीसगढ़ में भी प्रभारी होने के नाते दौरे कर रहे हैं।
Updated on:
22 Apr 2024 07:59 am
Published on:
22 Apr 2024 07:51 am
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