Jaipur garbage crisis: त्योहारी सीजन के बीच कचरा डिपो निगम के कैमरों की नजरों से दूर हैं।
Market waste dumps: जयपुर. दीपोत्सव नजदीक है, इसके बावजूद शहर के बाजारों व मुख्य मार्गों पर फिर से कचरा डिपो नजर आने लगे हैं, जो निगम के कैमरों की नजरों से दूर हैं। ये कचरे के ढेर सुबह समय पर उठ भी नहीं रहे हैं। निगम ने जहां से कचरा डिपो हटाए हैं, वहां आसपास के लोग कचरा डाल रहे हैं। घरों से दिवाली की सफाई में निकलने वाला कचरा भी सडक़ पर आ रहा है। शहर को कचरा डिपो मुक्त करने के लिए हैरिटेज व ग्रेटर नगर निगम ने कैमरों से नजर रखना शुरू किया था, लेकिन मुख्य बाजारों में ही कचरे के ढेर लग रहे हैं। दोपहर तक बाजार में खुले में कचरा पड़ा रहता है।
ये कचरा भी निगम को कैमरों में नजर नहीं आता। शाम होते ही फिर से कचरा डिपो बन जाते हैं। शहर के एमआइ रोड, गणगौरी बाजार सहित बाहरी बाजारों और जवाहर नगर बाइपास सहित अन्य मार्गों पर भी कचरे के ढेर लगने लग गए।
नगर निगम ने शहर के सभी बाजारों में पेड़ों की छंगाई भी नहीं की है। जबकि जयपुर डिस्कॉम ने दीपावली की सामूहिक सजावट को देखते हुए कुछ पेड़ों की छंगाई शुरू की है। त्रिपोलिया बाजार में अशोक के कई पेड़ हैं, जिनकी छंगाई हो जाए तो बाजार की सुंदरता बढ़ सकती है। चौड़ा रास्ता व्यापार मंडल महामंत्री आलोक गुप्ता ने बताया कि निगम ने पेड़ों की छंगाई नहीं की है। जयपुर डिस्कॉम की ओर से जहां तार आने की संभावना है, उन पेड़ों की सिर्फ टहनियों की छंगाई की गई है।
एमआइ रोड पर निगम ने सिर्फ एक सफाईकर्मी लगा रखा है। बाजार में कचरा डिपो बन रहे हैं। नियमित सफाई नहीं हो रही है। कचरा डिपो बनने से व्यापारियों में रोष है।
सुरेश सैनी, महामंत्री, जयपुर व्यापार महासंघ