जयपुर

Jaipur: शहर में कैब कार बन गई थीं चलती-फिरती होटल व बार, चालक बोले- ‘अब वीडियो के साथ आवाज भी रिकॉर्ड होगी’

राजधानी जयपुर में कैब के भीतर हो रही संदिग्ध गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए 255 कैब में पायलट प्रोजेक्ट के तहत इस माह कैमरे लगाने हैं। इस प्रोजेक्ट के तहत अभी तक 40 कैब में कैमरे लगाए जा चुके हैं।

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Sep 11, 2025
कैब में लगाए जा रहे कैमरे (फोटो-पत्रिका)

जयपुर। शहर में कैब कार चलती फिरती होटल व बार बन गई थी। रात्रि के समय अय्याशी करने वाले कई लोग कैब कार बुक करवाकर लंबी दूरी पर ले जाते और कार में ही शराब पीते, यहां तक की रंग-रेलियां मनाते हैं। विरोध करने पर चालक को फंसाने की धमकी देते हैं।

पुलिस की सख्ती के बाद शहर की कैब कारों में महिला सुरक्षा को लेकर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। कैमरे लगाने वाले कैब चालकों ने पुलिस की इस मुहिम की सराहना की, साथ में कहा कि अब कारों में होने वाली अवैध व संदिग्ध गतिविधियों पर रोक लगेगी। महिलाओं की सुरक्षा ही नहीं, चालकों की सुरक्षा के लिए ठोस सबूत भी लाइव उपलब्ध रहेगा। पत्रिका ने शहर में कुछ कैब चालकों से बातचीत की तो उनकी प्रतिक्रिया इस प्रकार रही।

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वीडियो के साथ आवाज भी रिकॉर्ड होती है

मूलतः सवाईमाधोपुर हाल प्रताप नगर निवासी चालक रामराज गुर्जर ने बताया कि कैब कार चलते फिरते होटल व बार बन गए। कार के अंदर कैमरे लगने से उसमें वीडियो तो बनेगा, साथ में चालक व सवारी के बीच होने वाली बातचीत भी रिकॉर्ड हो सकती है। कई लोग कैब कार बुक करवाकर अनैतिक काम के लिए उपयोग में लेने लग गए थे। कोई शराब पीता तो कोई यात्रा के दौरान साथी महिला के साथ अश्लील हरकत करता। विरोध करने पर चालक को फंसाने की धमकी देते। अब कैमरे लगने से इनपर लगाम लग सकेगी।

सड़क दुर्घटना होने पर किसकी गलती, पता चल सकेगा

अजमेर के किशनगढ़ हाल मानसरोवर निवासी चालक पन्नालाल जाट ने बताया कि कैब में कैमरों से दुर्घटना होने पर गलती किसकी है, इसकी भी जानकारी मिलेगी। कैमरे से कैब के आगे की सड़क कवर होती है और दुर्घटना होती है तो कैमरे की रिकॉर्डिंग गलती साबित करने में मददगार होगी। दूसरे की गलती होने पर भी दुर्घटना होने पर कैब चालक की गलती बता दी जाती है।

प्रथम चरण में मैमोरी कार्ड, दूसरे चरण में अभय कमांड से जुड़ेंगे

पहले चरण में कैब कार में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं, इनमें रिकॉर्डिंग के लिए मैमोरी कार्ड लगाए जा रहे हैं। कैमरे लगने के बाद इनको पुलिस के अभय कमांड सेंटर से जोड़ा जाएगा। राजकॉप नीड हेल्प की तर्ज पर दो कैब कार कंपनियों के एप में भी पैनिक बटन अभय कमांड से जोड़े जाएंगे, ताकि महिलाएं असुरक्षित महसूस करने पर नीड हेल्प या फिर कैब के एप में मौजूद पैनिक बटन के जरिए अभय कमांड से तुरंत मदद मांग सकेंगी। -राजर्षि राज, डीसीपी साउथ, जयपुर कमिश्नरेट

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Updated on:
11 Sept 2025 08:42 am
Published on:
11 Sept 2025 08:41 am
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