जयपुर

Chemical Tanker Fire: धमाके के साथ लगी आग…लपटों से घिरे टैंकर को देख पीछे चल रहे चालक वाहन छोड़ भागे

Chemical Tanker Fire: धमाके की आवाज के साथ टैंकर में आग लग गई। लपटों से गिरे टैंकर को देखकर पीछे चल रहे वाहन चालक अपने वाहनों को खड़ा करके भाग छूटे।

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Jun 26, 2025
हादसे के बाद टैंकर को हटाते हुए। फोटो: पत्रिका

Chemical Tanker Fire: जयपुर। जयपुर-अजमेर हाईवे पर मोखमपुरा पुलिया के पास सुबह 8:20 बजे केमिकल से भरा टैंकर पलट गया। धमाके की आवाज के साथ टैंकर में आग लग गई। लपटों से गिरे टैंकर को देखकर पीछे चल रहे वाहन चालक अपने वाहनों को खड़ा करके भाग छूटे। वाहन चालकों का कहना था कि आग इतनी भयावह थी कि टैंकर चालक राजेंद्र को बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिला। हादसे का शिकार गाजीपुर मोहमदाबाद (उप्र) निवासी टैंकर चालक राजेन्द्र यादव (42) सूरत के हजीरा पोर्ट से भिवाड़ी जा रहा था।

दो घंटे में आग पर काबू

सूचना पर मोखमपुरा थानाधिकारी संजय मीणा के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची। एक दर्जन दमकल मौके पर पहुंचीं और पानी फेंकने लगी। हाईवे के दोनों ओर यातायात रोक दिया गया। कई यात्री घंटों तक जाम में फंसे रहे। पुलिस ने वैकल्पिक मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्ट कर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। ढाई घंटे बाद हाईवे पर यातायात सामान्य हो सका।

बैरियर लगाकर वाहनों को रोका

टैंकर में आग लगने के बाद पुलिस ने जयपुर से अजमेर जाने वाले वाहनों को महला में बैरियर लगाकर रोक दिया। कई वाहन चालक अन्य रास्तों से होकर निकलते दिखे। हादसे की सूचना पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर गोपाल परिहार, एसडीएम बलबीर सिंह, एएसपी शिवलाल बैरवा, डिप्टी दीपक खंडेलवाल मौके पर पहुंचे। आपदा प्रबंधन की टीम को भी मौके पर बुला लिया गया। प्रारंभिक जांच में पता चला कि टैंकर में भरा मैथेनॉल अत्यंत ज्वलनशील था, जिसके कारण आग तेजी से फैली।

सुरक्षा पर सवाल

हादसे ने एक बार फिर खतरनाक केमिकल ले जाने वाले वाहनों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ज्वलनशील पदार्थों को ले जाने वाले टैंकरों के लिए सत नियम और नियमित जांच जरूरी है। हादसे की जांच के लिए पुलिस ने एक विशेष टीम गठित की है, जो यह पता लगाएगी कि टैंकर अनियंत्रित क्यों हुआ और क्या सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था।

अजमेर रोड पर 20 दिन में तीसरा हादसा

अजमेर रोड पर गैस रिसाव के बीस दिन में तीन हादसे हो चुके हैं लेकिन गनीमत रही कि इन हादसों ने पिछले साल दिसंबर में भांकरोटा डीपीएस गैस टैंकर अग्निकांड जैसा रूप नहीं लिया। भांकरोटा में डीपीएस कट पर 5 जून की रात टॉरेंट कपनी के सीएनजी गैस के 60 सिलेंडर से भरे ट्रक से गैस लीक हो गई। रिसाव की सूचना से हाईवे पर हड़कंप मच गया था।

वहीं सात जून को दूदू थाना क्षेत्र में दूदू और गिदानी के बीच एलपीजी गैस से भरे टैंकर में गैस रिसाव हो गया था। टैंकर में 17 टन एलपीजी थी। समय रहते चालक की हिमत से बड़ा हादसा टल गया। वहीं बुधवार को मौखमपुरा के पास गैस टैंकर में आग से चालक जिंदा जल गया। लगातार हो रहे हादसे 20 दिसबर को हुए अग्निकांड की याद दिला रहे हैं।

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